Suraj Randiv Struggle Story: क्रिकेट के खेल में पिछले एक दशक में काफी ज्यादा पैसा देखने को मिला है. इसकी सबसे बड़ी वजह फ्रेंचाइजी क्रिकेट का तेजी के साथ शुरू होना. लेकिन एक खिलाड़ी की कहानी ऐसी है, जिसे सुनकर क्रिकेट प्रेमी जरूर हैरान हो जाएंगे. ये खिलाड़ी गरीबी में जिंदगी जी रहा है और पेट पालने के लिए बस चलाता है. इस क्रिकेटर का नाम सूरज रणदीव है. ये खिलाड़ी श्रीलंकाई क्रिकेट टीम के लिए खेल चुका है और साल 2011 में भारत में खेले क्रिकेट वर्ल्ड कप में सूरज रणदीव श्रीलंकाई टीम का हिस्सा रहे थे.
क्रिकेटर से बस ड्राइवर बना ये खिलाड़ी
श्रीलंकाई टीम के पूर्व खिलाड़ी सूरज रणदीव ने लंबे समय तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला और आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स टीम का हिस्सा भी रहे. हालांकि, अब वह एक बस ड्राइवर की नौकरी कर रहे हैं. वह 2011 में चैंपियन सीएसके टीम का हिस्सा भी थे. उन्होंने उस सीजन 8 मैचों में 6 विकेट भी चटकाए थे. लेकिन समय ने करवट ली और आज यह फिरकी गेंदबाज बस ड्राइवर बनकर जिंदगी गुजारा रहा है.
ऑस्ट्रेलिया में चलता हैं बस
सूरज ने क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद ऑस्ट्रेलिया में जाकर बसने का फैसला किया था. यहीं पर उन्होंने बस ड्राइवर की नौकरी करने का फैसला किया. भारतीय क्रिकेट के फैंस सूरज रणदीव को उस नो बॉल की वजह से जानते हैं, जिसने 99 रन पर बैटिंग कर रहे सहवाग को शतक से महरूम कर दिया था. दरअसल, भारत को जीत के लिए एक रन की जरूरत थी और सहवाग 99 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे. तब उन्हें जानबूझकर नो बॉल फेकते पकड़ा गया था. श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने सूरज रणदीव को एक मैच के लिए निलंबित कर दिया था.
सूरज रणदीव का करियर
सूरज ने श्रीलंका के लिए तीनों ही फॉर्मेट में खेला. साल 2009 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करने वाले सूरज ने 12 टेस्ट, 31 वनडे और 7 टी20 मुकाबले श्रीलंका के लिए खेले हैं. सूरज के नाम पर टेस्ट में 43, वनडे में 36 और टी20 में 7 विकेट दर्ज हैं. बता दें, सूरज के अलावा श्रीलंका और जिंबाब्वे के पूर्व क्रिकेट चिंतका नमस्ते और वाडिंगटन वायेंगा ऑस्ट्रेलिया में जा बसे हैं और मेलबर्न में फ्रेंच-आधारित कंपनी ट्रांसदेव में बस ड्राइवर का काम कर रहे हैं.