Jasprit Bumrah: मौजूदा समय में क्रिकेट को समझने वाले किसी भी 10 लोगों से दुनिया के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाज का नाम पूछा जाए तो कम से कम 9 लोग जसप्रीत बुमराह का नाम लेंगे. बुमराह को खेलना किसी भी बल्लेबाज के लिए सबसे मुश्किल काम होता है. शरुआती ओवर हो या डेथ ओवर बुमराह की स्विंग और यॉर्कर से बच पाना मुश्किल होता है. टी 20 विश्व कप 2024 में भारत को चैंपियन बनाने में इस गेंदबाज की अहम भूमिका रही थी. बुमराह इस टूर्नामेंट के सबसे किफायती गेंदबाज रहे थे और 15 विकेट लेते हुए टीम इंडिया को चैंपियन बनाया था.
विश्व कप के दौरान जब जब भारतीय टीम मुश्किल थी कप्तान रोहित शर्मा विकेट के लिए बुमराह के पास गए और उन्होंने निराश नहीं किया. बेहतरीन प्रदर्शन के लिए बुमराह को टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी घोषित किया गया था. विश्व कप के बाद से ये खिलाड़ी क्रिकेट से दूर है. वे बांग्लादेश दौरे के दौरान वापसी कर सकते हैं. इस बीच उन्होंने एक इंटरव्यू दिया है जिसमें कई सवालों के मजेदार जवाब दिए हैं.
अगर आईसीसी अध्यक्ष बनेंगे तो क्या करेंगे?
जसप्रीत बुमराह इस समय क्रिकेट से दूर हैं. बीसीसीआई की तरफ से भी उनपर घरेलू क्रिकेट खेलने का कोई दबाव नहीं है. हाल ही में बुमराह एक बड़े संवाद कार्यक्रम में आमंत्रित थे जहां उनसे कई रोचक सवाल हुए जिसका जवाब भी उन्होंने उसी अंदाज में दिया. इसी दौरान जसप्रीत से पूछा गया कि, अगर आप आईसीसी के अध्यक्ष बन जाते हैं तो क्रिकेट में क्या बदलाव करेंगे. इस पर बुमराह ने कहा कि, अगर मैं आईसीसी अध्यक्ष बनता हूं तो टी 20 को रेड बॉल से खेलने का नियम ले आऊंगा. बुमराह का ये जवाब रेड बॉल क्रिकेट के प्रति उनके प्रेम को दिखाता है. बता दें कि रेड बॉल सिर्फ टेस्ट क्रिकेट में इस्तेमाल किया जाता है.
बीसीसीआई ने दी है छूट
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने हाल में ही क्रिकेटर्स के प्रति कड़ा रुख अपनाया है. सभी क्रिकेटर्स को घरेलू क्रिकेट खेलने का आदेश बोर्ड ने दिया है. इसका असर हमने दिलीप ट्रॉफी की टीम घोषित हुए देखा जब सारे बड़े क्रिकेटर चार ग्रुप में बांटे गए हैं. जिन तीन क्रिकेटरों को दिलीप ट्रॉफी से बाहर रखा गया है वे हैं रोहित शर्मा, विराट कोहली और जसप्रीत बुमराह. जय शाह ने कहा भी है कि, बड़े क्रिकेटर्स पर अनावश्यक दबाव नहीं बना सकते हैं. रोहित, विराट और बुमराह ऐसे क्रिकेटर हैं जो टीम के लिए बेहद अहम हैं इसलिए इन्हें तभी फिल्ड पर लाया जाएगा जब आवश्यकता होगी. अनावश्यक रुप से उन्हें घरेलू क्रिकेट में लाकर उनकी फिटनेस से समझौता नहीं किया जा सकता.
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