क्रिकेट में किसी भी गेंदबाज़ या बल्लेबाज़ की कामयाबी का अंदाजा उसके द्वारा प्राप्त की गई विकटों या फिर बनाये गए रनों की संख्या से लगाया जाता है, और अगर बात हो अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट की तो इस फॉरमेट में गेंदबाज़ों के लिए विकेट लेना काफी मुश्किल काम होता है. जैसा की आप भी जानते है डोमेस्टिक मैच में अपनी जगह बना लेने का मतलब यह कदापि नहीं होता कि आप इंटरनेशनल मैच में भी शानदार प्रदर्शन कर लेंगे. अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलने के लिए आपको अपने आप को अलग ढंग से तैयार करना पड़ता है. आज हम आपको यही बताने जा रहे है कि आखिर वें कौन -कौन से गेंदबाज़ है जिन्होंने से अपने शानदार प्रदर्शन से पुरुष अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक क्रिकेट लिए हैं.
1 . टेस्ट: मुथैया मुरलीधरन (800)
टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट (800) लेने वाले गेंदबाज मुथैया मुरलीधरन हैं. श्रीलंकन खिलाड़ी मुरलीधरन विश्व के नंबर 1 स्पिन गेंदबाज हैं. मुथैया मुरलीधरन ने 133 टेस्ट मैचों में 230 इनिंग में गेंदबाजी करके 800 विकेट लिए हैं, वहीं सबसे खास बात ये है कि मुरलीधरन ने टेस्ट में एक ही पारी में सर्वाधिक 9 विकेट चटकाएं हैं. मुथैया मुरलीधरन ने अपना टेस्ट करियर की शुरुआत 1992 में की थी. प्रति टेस्ट मैच में 6 विकेट से अधिक के औसत से, मुरली को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने वाला सबसे महान और सबसे सफल गेंदबाज माना जाता है. आपको बता दें कि मुरलीधरन टेस्ट क्रिकेट में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज तब बने जब उन्होंने 3 दिसंबर 2007 को पिछले रिकॉर्ड धारक शेन वार्न को पछाड़ दिया. साथ ही आपको इस बात की भी जानकारी दे दें कि मुरलीधरन ने पहला रिकॉर्ड तब सेट किया जब उन्होंने 2004 में कोर्टनी वॉल्श के 519 विकेटों को पार किया था, लेकिन उस वर्ष बाद में उन्हें कंधे में चोट लग गई और वार्न ने उन्हें पीछे छोड़ दिया. मुरलीधरन ने 22 जुलाई 2010 को अपने आखिरी टेस्ट मैच में अपनी अंतिम गेंद से अपना 800वां और अंतिम विकेट दर्ज किया.
2017 में आईसीसी क्रिकेट हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाले मुरलीधरन पहले श्रीलंकाई क्रिकेटर है. उन्होंने 2017 में एडा डेराना श्रीलंकाई ऑफ द ईयर नामक पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया.
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2 . वनडे: मुथैया मुरलीधरन (534)
12 अगस्त 1993 को मुरलीधरन ने खेतारामा स्टेडियम में भारत के खिलाफ अपना एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय (ODI) पदार्पण किया और दस ओवरों में 38 रन देकर 1 विकेट अपने नाम किया. प्रवीण आमरे उनकी गेंद के वन- डे क्रिकेट में पहले शिकार बने थे. मुरलीधरन ने 5 फरवरी 2009 को वसीम अकरम को पछाड़ते हुए एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में अपने वन-डे करियर के सबसे अधिक विकेट (534) लिए. अकरम ने 356 मैचों में 502 विकेट ले रखें है. तो वहीं दूसरी ओर मुरलीधरन ने युवराज सिंह को उनके 327वें मैच में आउट कर अकरम के रिकॉर्ड की बराबरी कर लीं. आपको बता दें कि मुरलीधरन ने 1996 , 1999, 2003, 2007 और 2011 में पांच विश्व कप टूर्नामेंट खेले है, जिसमें उन्होंने 67 विश्व कप विकेट हासिल कर सूचि में ग्लेन मैकग्रा (71) के बाद दूसरे खिलाड़ी बन गए.
3 . T20Is: शाकिब अल हसन (108)
ऑलराउंडर शाकिब अल हसन रविवार को टी 20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट (108) लेने वाले गेंदबाज बन गए, जब उन्होंने क्वालीफाइंग राउंड में ग्रुप बी के मैच में स्कॉटलैंड के खिलाफ टी 20 विश्व कप खेल के दौरान लसिथ मलिंगा के 107 विकेटों की संख्या को पीछे छोड़ दिया. बांग्लादेश की टीम को दुनिया में एक अलग पहचान दिलाने में शाकिब अल हसन का बड़ा योगदान है. उन्होंने हाल ही में टी-20 और वनडे में नंबर एक ऑलराउंडर का दर्जा फिर से हासिल कर लिया है. शाकिब 89 टी20 अंतरराष्ट्रीय खेलों में 108 विकेट चटकने के साथ-साथ इस फॉर्मेट में 100 विकेट और 1000 से अधिक रन बनाने वाले एकमात्र क्रिकेटर बन गए है.