टीम इंडिया (Team India) के पूर्व बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने कहा है कि T20 विश्व कप (T20 World Cup) कराने का फैसला आस्ट्रेलिया को लेना है, क्योंकि वही तय कर सकता है कि अक्टूबर में निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार टूर्नामेंट की मेजबानी वह कर सकता है या नहीं. आईसीसी (ICC) को अभी इस पर फैसला लेना है, लेकिन अब आस्ट्रेलिया में कोरोना वायरस महामारी पर लगभग काबू पाने के बाद इसके आयोजन की संभावना प्रबल हुई है. सचिन तेंदुलकर ने ‘आज तक’ चैनल से कहा, यदि हम T20 विश्व कप की बात करें तो मुझे लगता है कि यह फैसला आस्ट्रेलियाई बोर्ड को लेना है कि वह टूर्नामेंट करा सकते हैं या नहीं. उन्होंने कहा कि आर्थिक पहलू पर गंभीरता से विचार किए जाने की जरूरत है. उन्होंने कहा, वित्तीय और अन्य पहलुओं पर गौर करना जरूरी है. यह कठिन फैसला है लेकिन क्रिकेट हो रहा है और यही सबसे बड़ी बात है. उन्होंने जुलाई में इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच टेस्ट सीरीज का भी स्वागत किया.
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आपको बात दें कि आस्ट्रेलिया में इसी साल 18 अक्टूबर से 15 नवंबर के बीच T20 विश्व कप खेला जाना है लेकिन कोरोनावायरस के कारण इस पर काले बादल मंडरा रहे हैं. बुधवार को हुई आईसीसी की बैठक में भी रुको और इंतजार करो की नीति अपनाने का फैसला किया गया है. सचिन तेंदुलकर ने कहा, टी-20 विश्व कप के भविष्य को लेकर फैसला आस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड पर निर्भर करता है. यह उन पर है कि वह टूर्नामेंट की मेजबानी कर पाते हैं या नहीं. यह इकलौता पहलू नहीं है जिस पर सोच विचार किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, कई चीजों के बारे में सोचना है, जैसे वित्तीय पहलू. सभी चीजें एक साथ आना जरूरी है. यह मुश्किल फैसला है.
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सचिन तेंदुलकर ने खाली स्टेडियमों में बिना दर्शकों के मैच खेलने को लेकर भी बात की. उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को कई बार दर्शकों से ऊर्जा मिलती है. अगर फुल हाउस की जगह कुछ प्रशंसकों को मैच में आने की अनुमति दी जाए तो यह खेल के लिए एक सकारात्मक बात होगी. उन्होंने कहा, अगर प्रशंसकों को स्टेडियम में आने की मंजूरी मिल जाती है तो इससे अच्छी कोई बात नहीं होगी. इसका मतलब होगा कि हम धीरे-धीरे सामान्य स्थिति की ओर बढ़ रहे हैं. स्टेडियम में बिना प्रशंसकों के वो ऊर्जा पाना काफी मुश्किल होगा. भारतीय टीम के पूर्व कप्तान ने कहा, मुझे एक सलाह के बारे में पता चला था कि शोरगुल के लिए स्पीकर्स का उपयोग किया जा सकता है, लेकिन जब आप किसी को देखते हो तो आप कई बार उनसे प्रेरित हो जाते हो. आपको उनसे ऊर्जा मिलती है. उन्होंने कहा, अगर 25 प्रतिशत प्रशंसक स्टेडियम में आ सकते हैं तो यह अच्छी बात होगी.
(एजेंसी इनपुट)
Source : Sports Desk