टी-20 वर्ल्ड कप (T-20 World Cup) में खेल से अलग हिंदू-मुस्लिम रंग भी देखने को मिला है. पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर वकार यूनिस ने कहा था कि हिंदुओं के बीच नमाज पढ़ना मैच का सबसे अच्छा पल था. अब उन्होंने इस बयान पर माफी मांग ली है. दरअसल, भारत-पाकिस्तान (Ind vs pak) मैच में मोहम्मद रिजवान ने बीच मैदान पर नमाज पढ़ी थी. बाद में एक न्यूज चैनल पर डिबेट के दौरान वकार यूनिस ने इसे मैच के दौरान सबसे अच्छा पल बताया था. साथ ही कहा था कि हिंदूओं के बीच रिजवान का नमाज पढ़ना बेहतरीन लम्हा था. वकार के इस स्टेटमेंट का उनके देश में ही जमकर विरोध शुरू हो गया.
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पाकिस्तान के ही पूर्व क्रिकेटर रमीज राजा ने ट्वीट करके वकार यूनिस के बारे में कहा कि मुझे जरा भी आश्चर्य नहीं हुआ. मैं अपने अनुभव से बता सकता हूं कि एक आदमी जो अपने देश की भाषाओं और शहरों के बारे में नस्लवादी है, वह आसानी से धार्मिक मतभेदों के बारे में इस तरह की नकारात्मक टिप्पणी कर सकता है. वहीं, भारतीय क्रिकेट एक्सपर्ट व कमेंट्रेटर हर्षा भोगले ने भी कहा था कि वकार को इस स्टेटमेंट के लिए माफी मांगनी चाहिए. कई पूर्व क्रिकेटरों ने वकार के इस स्टेटमेंट की आलोचना की थी.
चौतरफा आलोचना झेल रहे वकार यूनिस ने अब ट्वीट करके माफी मांगी है. उन्होंने लिखा कि आवेश में आकर मैंने ऐसे बात कह दी. मैंने ऐसा कुछ कहा, जो मेरा मतलब नहीं था. जिससे काफी लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं. मैं इसके लिए माफी मांगता हूं. मेरा ऐसा मकसद बिल्कुल नहीं था, सच में गलती हो गई. खेल लोगों को रंग और धर्म से हटाकर जोड़ता है.
वहीं, आपको बता दें कि पाकिस्तान की क्रिकेट टीम की जीत के बाद पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख राशिद ने भी इसे इस्लाम की जीत बता डाला था. पाकिस्तान की जीत के बाद कई इस तरह के हिंदू-मुस्लिम एकता को ठेस पहुंचाने वाले शर्मनाक बयान सामने आए थे. वकार ने तो अपने स्टेटमेंट के लिए माफी मांग ली है लेकिन अब खेल प्रेमी इंतजार कर रहे हैं कि क्या शेख राशिद भी अपने बयान के लिए माफी मांगेंगे.
HIGHLIGHTS
- दुबई में चल रहा है टी-20 वर्ल्ड कप
- विवादित बयान के बाद मचा था बवाल
- अभी भी कहीं-कहीं सुलग रहीं विवाद की चिंगारी