टी-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप (T-20 World Cup) में एक तरफ रोमांच की जंग चल रही है, वहीं भारत-पाकिस्तान के मैच में रिजवान का मैच के दौरान नमाज पढ़ने का मुद्दा अभी खत्म नहीं हुआ है. अब पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने बताया है कि वह मैच के बीच में रिजवान की तरह नमाज क्यों नहीं पढ़ते थे. उन्होंने रिजवान ने नमाज पढ़ने पर भी तमाम बातें कहीं हैं. उन्होंने क्या कहा आपको बताएंगे लेकिन उससे पहले आपको ये याद दिला दें कि भारत-पाकिस्तान के मैच के दौरान ब्रेक में पाकिस्तानी बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान बीच मैदान पर ही नमाज पढ़ने लगे थे. यहां तक तो ठीक था लेकिन मैच के बाद एक टीवी शो में पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर वकार यूनिस ने कहा कि हिंदू खिलाड़ियों के बीच रिजवान का नमाज पढ़ना, मैच का सबसे खास पल था.
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वकार यूनिस की इस बात की तमाम पूर्व खिलाड़ियों ने आलोचना की थी. यहां तक की पाकिस्तान में भी वकार यूनिस के इस स्टेटमेंट की काफी आलोचना की गई. पूरी दुनिया में आलोचना झेलने के बाद वकार यूनिस ने ट्विटर पर इस स्टेटमेंट लिए माफी मांग ली थी.
अब बात करते हैं मोहम्मद कैफ की. उन्होंने एक मीडिया हाउस के इंटरव्यू के दौरान उनसे मोहम्मद रिजवान के मैदान पर नमाज पढ़ने और उनके नहीं पढ़ने पर सवाल किया गया तो मोहम्मद कैफ ने कहा कि मेरे हिसाब से यह बिल्कुल पर्सनल मैटर है. धर्म को किसी भी चीज से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए. यह कोई शो करने या प्रदर्शन करने की चीज नहीं है. मैं सबके सामने नमाज पढ़ने से बचता हूं और अपने धर्म को बिल्कुल पर्सनल रखता हूं. सभी के लिए उसका धर्म, प्रार्थना, नमाज, मेडिटेशन बिल्कुल पर्सनल हैं. अगर कोई मैदान पर नमाज पढ़ता है तो ये उसकी प्रॉयोरिटी है. इसमें कुछ भी सही या गलत नहीं है. मोहम्मद कैफ ने ये भी कहा कि रिजवान ने कोई पहली बार ऐसा नहीं किया या भारत के खिलाफ मैच में ही ऐसा नहीं किया. वह हर मैच में ब्रेक के दौरान मैदान पर नमाज पढ़ते हैं. उसी रूटीन में इस बार भी उन्होंने नमाज पढ़ी. इसमें कुछ अलग नहीं था और ये उनकी प्रॉयोरिटी है.
Source : Sports Desk