Bonus Point Formula : टी20 विश्व कप 2021 में टीम इंडिया का सेमीफाइनल में पहुंचने का रास्ता अगर मगर के बीच फंसा हुआ है. भारतीय टीम अभी तक अपने चार मैच खेल चुकी है और दो मैचों में जीत के साथ ही दो मैचों में हार के साथ उसके पास इस वक्त चार ही अंक हैं. टीम इंडिया इस वक्त अपने ग्रुप में नंबर तीन पर है. पाकिस्तान और न्यूजीलैंड की टीमें उससे ऊपर हैं. हालांकि भारत को अपना आखिरी लीग मैच अभी नामीबिया से खेलना है, ये मैच टीम इंडिया जीत भी जाए तो उसके पास छह ही अंक होंगे. लेकिन भारत का सेमीफाइनल में पहुंचने का रास्ता अफगानिस्तान होकर ही जाता है. अफगानिस्तान की टीम अगर न्यूजीलैंड को छोटे अंतर से हरा देती है तो भारत का सेमीफाइनल खेलना करीब करीब पक्का हो जाएगा. इस बीच भारत ने अपने पिछले दो मैच जिस तरीके से जीते हैं, उससे एक बार फिर आईसीसी के टू्र्नामेंट में बोनस प्वाइंट को लेकर बहस छिड़ गई है.
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दरअसल भारत ने अफगानिस्तान को 66 रनों से हराया, उसके बाद स्कॉटलैंड पर आठ विकेट से बड़ी जीत दर्ज की है. स्कॉटलैंड वाले मैच में भारत ने मैच 6.3 ओवर में ही जीत लिया था. इससे भारत का नेट रन रेट तो काफी बढ़ गया, लेकिन अंक दो ही मिले. टीम चाहे एक विकेट से जीते या फिर दस विकेट से आईसीसी के नियमों के अनुसार अंक दो ही मिलते हैं. अब सवाल ये उठने लगा है कि नेट रन रेट तो सही है, लेकिन अगर कोई टीम किसी दूसरी टीम को 50 से भी ज्यादा रनों से हराती है तो उसे दो अंकों के साथ एक बोनस अंक भी मिलना चाहिए. वहीं टीम अगर जो बाद में रन चेज कर रही है, वो दिए गए टारगेट को दस ओवर में ही पा लेती है तो भी टीम को एक बोनस अंक दिया जाना चाहिए. नेट रन रेट तब अहम होता है, जब दो टीमों के अंक बराबर हों, लेकिन अगर किसी टीम के अंक ज्यादा हैं तो फिर नेट रन रेट का कोई मतलब ही नहीं रह जाता है. भारतीय टीम अगर अपने आखिरी मैच में नामीबिया को भी बड़े अंतर से हरा देती है तो भी उसके केवल दो ही अंक मिलेंगे. वहीं न्यूजीलैंड अगर अफगानिस्तान को छोटे से अंतर से भी हराती है तो भी उसे दो ही अंक मिलेंगे. इसके बाद न्यूजीलैंड सेमीफाइनल में पहुंच जाएगी, वहीं बड़ी जीत के बाद भी भारतीय टीम बाहर हो जाएगी.
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बड़ी बात ये भी है कि ऑस्ट्रेलिया में जो बिग बैश लीग खेली जाती है, उसमें पिछले ही दिनों बोनस प्वाइंटस का फार्मूला अपनाया गया था. इसे बैश बूस्ट बोनस प्वाइंट कहा गया. ये बोनस अंक दूसरी पारी के बाद दिए जाने थे. इस नियम के अनुसार दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने वाली टीम अगर दस ओवर में ही दिए गए लक्ष्य को हासिल कर लेती है तो उसे एक बोनस अंक दिया जाता था. वहीं अगर टीम दस ओवर के बाद ये टारगेट हासिल करती थी तो गेंदबाजी करने वाली टीम को ये अंक दे दिए जाते थे. इसने क्रिकेट के रोमांच को और भी बढ़ा दिया था. अब इस बात पर चर्चा हो रही है कि आईसीसी को भी इस पर विचार करना चाहिए और विश्व कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में इसे लागू करना चाहिए. हालांकि ये इस विश्व कप में तो संभव नहीं है, लेकिन आगे इस पर विचार किए जाने की संभावना जरूर है.
Source : Sports Desk