T20 विश्वकप 2021 में जैसे ही इंडिया हारी, तभी से BCCI की सेलेक्शन कमिटी पर सवाल उठने शुरू हो गए. सवाल जुड़े हैं हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) को लेकर। कि आखिर क्यों जब हार्दिक (Hardik Pandya) फिट नहीं हैं तो उनको टीम के साथ जोड़ा रखा है. ना ही गेंदबाजी कर रहे हैं और बैटिंग की जब बारी आती है तो पाकिस्तान (Pakistan) के खिलाफ क्यों उनको 18 वें ओवर में उतारा गया. उनसे पहले जडेजा को क्यों भेजा गया. पंड्या को टीम में लिया गया था ऑल-राउंडर के लिए, लेकिन ऑल-राउंडर तो छोड़िये वो ठीक से बैटिंग ही नहीं कर पा रहे हैं. लेकिन जब भी पंड्या (Hardik Pandya) के सलेक्शन पर सवाल उठे तो यही बोल दिया जाता है कि वो टीम के मेन प्लेयर हैं, जरूरत पड़ने पर बॉलिंग करेंगे. लेकिन जरूरत कब आएगी ? जब टीम बाहर हो जायगी तब.
खैर अब हार्दिक (Hardik Pandya) को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है, रिपोर्ट के अनुसार हार्दिक टीम में बने हुए हैं तो बस धोनी (Dhoni) की वजह से. जी हां. सलेक्शन कमिटी पहले मैच के बाद हार्दिक को बाहर करने वाले थे, लेकिन धोनी ही थे वो जिन्होंने हार्दिक (Hardik Pandya) को बाहर ना करने की सलाह दी. साथ में ये भी बोले कि हार्दिक फिनिशर का रोल अच्छे से निभा सकते हैं.
आपको बताते चलें कि हार्दिक पाकिस्तान के खिलाफ हार्दिक बुरी तरह फ्लॉप रहे थे. टीम के पास सिर्फ 5 गेंदबाज थे, जिसका फायदा पाकिस्तान के ओपनर्स ने खूब उठाया। जमकर भारतीय गेंदबाजों की धुनाई की. हार्दिक चोटिल भी हुए. और हॉस्पिटल भी पहुंच गए. जनाब के कंधे में चोट लग गयी थी. और फिर उनकी जगह ईशान फील्डिंग के लिए मैदान पर आए. यानी साहब ने फील्डिंग भी नहीं की.
साफ़ बात है कि टीम को अगर सेमी फाइनल में जाना है तो न्यूज़ीलैंड को हर हाल में हराना होगा। छठे गेंदबाज की जरूरत टीम को है, ये सभी को पता है. साथ ही ये भी पता है कि हार्दिक से गेंदबाजी नहीं होने वाली। अगर करते भी हैं तो आउट ऑफ फॉर्म चल रहे हैं. जरा आंकड़ों से बता देते हैं आपको 2021 में पंड्या ने 17 ओवर्स में गेंदबाजी कराई है, जिसमें सिर्फ 3 विकेट लिए हैं. मतलब सिर्फ शर्मनाक प्रदर्शन।
जब भी कोई खिलाडी चोट से वापस ठीक हो कर आता है तो उसे अच्छा खेलने में टाइम लगता है. और इस समय ना हार्दिक के पास टाइम है और ना ही टीम इंडिया के पास.
Source : Sports Desk