एक कैच की कीमत आप क्या जानो ऑस्ट्रेलिया. जरा पाकिस्तान से पूछो. क्या कीमत है उनके लिए. एक कैच छोड़ने पर टीम वर्ल्ड कप से ही बाहर हो गयी. वैसे भी क्रिकेट में एक कहावत है. पकड़ो कैच और जीतो मैच. ये कहावत कल हुए दूसरे सेमीफाइनल में बिल्कुल ठीक बैठती है. हुआ क्या. दरअसल ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज मैथ्यू वेड (Matthew Wade) बल्लेबाजी कर रहे थे. उन्होंने डीप मिड विकेट पर बड़ा शॉट लगाया. गेंद के नीचे आए हसन अली. सभी दर्शकों के साथ पाकिस्तान की टीम की उम्मींद थी कि ये कैच पकड़ते ही मैच अपने नाम कर लेंगे. पर हुआ उल्टा. साबुन के जैसे हसन अली के हाथों से गेंद छूट गयी. और मैथ्यू वेड को मिल गया जीवनदान. उस समय ऑस्ट्रेलिया को 12 गेंदों में 22 रन की जरूरत थी.
जीवनदान मिलते ही मैथ्यू वेड ने ठान लिया. अब चाहे कुछ भी हो इस ओवर में ही काम खत्म करना है. 19 वें ओवर को करा रहे थे पाकिस्तान के सबसे सफल गेंदबाज शाहीन अफरीदी. कैच छूटने के बाद जैसे ही चौथी गेंद शाहीन अफरीदी ने फेंकी मैथ्यू वेड ने लगाया उस पर जोरदार छक्का. और फिर आगे की दोनों गेंदों का भी यही हाल हुआ. ओवर खत्म होते होते सारी तस्वीर ही बदल गई. पाकिस्तान बाहर हो चुका था और ऑस्ट्रेलिया फाइनल की टिकट कटा चुका था.
मैच के बाद पाकिस्तान के कप्तान बाबर आज़म ने भी यही कहा कि वो कैच नहीं छूटना चाहिए था. अगर कैच पकड़ लिया जाता तो तस्वीर ही अलग होती. मैच का सबसे बड़ा टर्निंग पॉइंट वही था.
इस मैच में हसन अली ने जहां जरूरी कैच छोड़ा और वहीं गेंदबाजी में भी कुछ ख़ास कमाल नहीं कर पाए. पूरे वर्ल्ड कप में सिर्फ 5 विकेट ही अपने नाम कर पाए हैं. अगर कल के मैच की बात करे तो 44 रन दे डाले और कोई भी विकेट नहीं ले पाए.
खैर अब पाकिस्तान के लिए ये कहावत भी ठीक बैठती है कि अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गयी खेत. जब मैच पाकिस्तान जीत सकता था वहां गलती करना अपने आप में क्राइम है. पूरे वर्ल्ड कप में टीम ने शानदार खेल दिखाया, लेकिन इस चूक ने टीम की मेहनत पर पानी फेर दिया.
Source : Sports Desk