IND vs PAK T20 World Cup: अमेरिका और वेस्टइंडीज की मेजबानी में टी20 वर्ल्ड कप 2024 का आयोजन कराने का जब आईसीसी ने फैसला किया तो इसकी खूब प्रशंसा हुई. कहा गया कि यूएसए में भी क्रिकेट को बढ़ावा मिलेगा, लेकिन टी20 वर्ल्ड कप 2024 के कुछ ही मैचों में अमेरिका की पिचों की पोल खुलकर सामने आ गई. दरअसल अमेरिका के जिस नासाउ काउंटी मैदान पर मुकाबले खेले जा रहे हैं वह ड्रॉप इन पिच है और वह इतनी खराब है कि किसी भी दिन किसी खिलाड़ी पर संकट आ सकता है. बीते दिन जब भारत और आयरलैंड के यहां मैच खेला गया तो बल्लेबाजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. रोहित शर्मा पिच की उछाल की वजह से चोटिल हो गए, जिसके बाद उन्हें मैदान से बाहर जाना पड़ा. तो आइए जानते हैं कि आखिर ये ड्रॉप इन पिच होती क्या है और इसे लेकर बवाल क्यों मच रहा है.
क्या होती है ड्रॉप इन पिच?
अमेरिका में खेले जा रहे टी20 वर्ल्ड कप 2024 में ड्रॉप इन पिचों का उपयोग किया जा रहा है. जिसे एडिलेड ओवल क्यूरेटर डेमियन हफ ने तैयार किया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये ड्रॉप इन पिचें क्या होती हैं? तो आपको बता दें कि ड्रॉप इन पिचें वो होती हैं जिन्हें मैदान से कही अलग बनाया जाता है और बाद में लाकर मैदान पर बिछा दिया जाता है. साथ ही मैच खत्म होने के बाद आसानी से इसे हटाया जा सकता है. टी20 वर्ल्ड कप में भारत और पाकिस्तान का मैच भी नासाउ काउंटी क्रिकेट स्टेडियम में ड्रॉप-इन पिच पर खेला जाएगा.
क्यों हो रहा है विवाद?
यूएसए में खेले गए अबतक टी20 वर्ल्ड कप 2024 मैचों के दौरान कोई न कोई विवाद देखने को मिला है. हालांकि फ्लोरिडा के सेंट्रल ब्रोवार्ड मैदान पर अभी एक भी मैच नहीं हुआ है, वहीं टेक्सास के ग्रैंड प्रेयेर स्टेडियम को मिलीजुली प्रतिक्रियाएं मिली हैं. मगर न्यूयॉर्क के नसाउ स्टेडियम ने ना सिर्फ खिलाड़ी बल्कि एक्सपर्ट्स को भी निराश किया है. नसाउ स्टेडियम में गेंद बहुत ज्यादा मूवमेंट कर रही है, इसलिए अभी तक पहले खेलने वाली टीम ने इस मैदान पर 100 रन का आंकड़ा भी नहीं छुआ है. ऐसे में पिच को लेकर काफी सवाल खड़े हो रहे हैं.
क्या बाद में बेहतर हो जाएगी पिच?
हाल ही में इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर पॉल टेलर ने एक मीडिया इंटरव्यू में बताया कि ये अभी नई पिच है, जिसे सेटल होने में थोड़ा समय लग सकता है. पॉल के अनुसार जैसे-जैसे टूर्नामेंट आगे बढ़ेगा, वैसे-वैसे पिच बल्लेबाजी के लिए बेहतर हो सकती है. काफी उछाल बल्लेबाजों के लिए दिक्कत का सबब बन रहा है. कोई गेंद बहुत नीचे रहती है तो अगली ही बॉल पर इतनी ज्यादा उछाल लेती है कि सीधे मुंह तक पहुंच जाती है. इस पर पॉल ने बताया कि आधा टूर्नामेंट बीत जाने तक परिस्थितियां बेहतर हो जाएंगी.
Source :Sports Desk