साल 2007 में एमएस धोनी (MS Dhoni) की कप्तानी में टीम इंडिया (Team India) ने पहला T20 विश्व कप (T20 World Cup) जीता था, तब कभी एमएस धोनी (MS Dhoni) की कप्तानी की बात होती है, तो कभी युवराज सिंह (Yuvraj Singh) की बल्लेबाजी और कई बार गेंदबाजी की भी बात होती है, वहीं बात गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) की भी होती है. लेकिन कभी भी रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की बात नहीं की जाती, लेकिन अब उस विश्व कप के हीरो रहे युवराज सिंह ने रोहित शर्मा की तारीफ की है, जिनका भी योगदान उस विश्व कप में बहुत बड़ा था, यहां तक कि फाइनल में भी.
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भारतीय टीम के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह ने कहा है कि 2007 T20 विश्व कप के फाइनल में रोहित शर्मा की पारी काफी विशेष थी, जिसे अधिकतर लोग भूल जाते हैं. भारत ने 24 सितंबर 2007 को जोहान्सबर्ग में पाकिस्तान को फाइनल में मात दे पहले टी-20 विश्व कप को अपने नाम किया था. इस मैच में गौतम गंभीर ने 54 गेंदों पर 75 रनों की पारी खेली थी. वहीं इरफान पठान और आरपी सिंह ने तीन-तीन विकेट लिए थे.
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युवराज सिंह ने स्पोर्ट्सकीड़ा से बात करते हुए कहा, गौतम गंभीर और इरफान पठान का फाइनल शानदार रहा था. इसलिए मुझे लगता है कि वह संयुक्त प्रयास था. हां, इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया के खिलाफ मैंने दो अहम पारियां खेली थीं, जिससे हमें आगे आने में मदद मिली थी. युवराज सिंह ने कहा कि लोग हमेशा फाइनल में रोहित शर्मा की पारी को भूल जाते हैं. उन्होंने 16 गेंदों पर 30 रन बनाए थे और भारत के स्कोर को 150 के पार ले गए थे. अपनी पारी में उन्होंने कुछ चौके और एक छक्का मारा था. युवराज सिंह ने कहा, हर कोई मेरी और गौतम गौतम की बात करता है लेकिन कोई भी रोहित की 18, 20 गेंदों में बनाए गए उन 36 (रोहित ने उस मैच में 16 गेंदों पर 30 रन बनाए थे) रनों को याद नहीं करता जिसने हमें 160 (पांच विकेट पर 157) तक पहुंचाया. उन्होंने कहा, वह टूर्नामेंट की सबसे अहम पारी थी. इरफान ने तीन विकेट लिए थे और मैन ऑफ द मैच रहे थे लेकिन मुझे लगता है कि फाइनल में रोहित की पारी विशेष थी.
(इनपुट आईएएनएस)
Source : Sports Desk