U-17 World Wrestling Championships 2024: जॉर्डन में चल रहे अंडर 17 विश्व रेसलिंग चैंपियनशिप में भारतीय महिला पहलवानों ने अपना दबदबा बनाया है और अलग अलग भार वर्ग में देश को 4 मेडल दिलाए हैं. भारतीय पहलवानों के इस प्रदर्शन ने ओलंपिक में रेसलिंग में मिली असफलता के गम को थोड़ा कम किया है.
4 पहलवानो ने जीता गोल्ड
भारत की 4 पहलवानो ने गोल्ड मेडल जीता. 43 किलोग्राम भार वर्ग के फाइनल में अदिति कुमारी ने ग्रीस की मारिया लुइजा गिका को 7-0 से हराकर गोल्ड मेडल जीता. 57 किलोग्राम भार वर्ग के फाइनल में नेहा ने जापान की सो त्सुत्सुई को हकार गोल्ड मेडल जीता. 65 किलोग्राम भार वर्ग में पुलकित ने डारिया फ्रोलोवा को 6-3 से हराकर गोल्ड जीता. 73 किलोग्राम भार वर्ग के फाइनल में मानसी लाठेर ने हना पिरस्काया को हराकर गोल्ड मेडल जीता. इन चारों पहलवानों ने गोल्ड जीतकर विश्व चैंपियनशिप में भारतीय कुश्ती का दबदबा कायम किया. हरियाणा के मुख्यमंत्री नायाब सैनी ने 73 किलोग्राम भार वर्ग में गोल्ड जीतने वाली मानसी लाठेर को बधाई दी है. बता दें कि लाठेर हरियाणा के जींद के जुलाना क्षेत्र के लजवाना कलां गांव की रहने वाली हैं.
ओलंपिक में गोल्ड से चूका था भारत
भारत का पेरिस ओलंपिक में रेसलिंग में भी शानदार प्रदर्शन रहा था. अमन सहरावत ने 57 क्रिग्रा भार वर्ग में ब्रांज मेडल जीता था.वही विनेश फोगाट ने लगातार 3 जीत दर्ज करते हुए फाइनल में जगह बनाई थी. माना जा रहा था कि 50 किग्रा भारवर्ग के फाइनल में विनेश अमेरिका के पहलवान को हराकर देश को ओलंपिक 2024 का पहला गोल्ड दिलाएंगी. लेकिन ऐसा नहीं हो सका. फाइनल मैच से कुछ घंटे पहले ही उन्हें ओवर वेट होने की वजह से डिसक्वालिफाई कर दिया गया था. जांच में उनका वजन 100 ग्राम अधिक था. इस वजह से ओलंपिक में गोल्ड जीतने तका सपना पूरा नहीं हो सका. अगर वे गोल्ड जीत लेती तो रेसलिंग में ये कारनामा करने वाली देश की पहली पहलवान होती. वैसे वे फाइनल में पहुंचने वाली भी पहली महिला पहलवान हैं.
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