Olympics: पेरिस ओलंपिक की शुरुआत हो चुकी है. 26 जुलाई की रात भारतीय समयानुसार 11 बजे ओलंपिक के उद्घाटन सेरेमनी की शुरुआत हुई. ओलंपिक के इतिहास में ऐसा पही बार हुआ जब ओलंपिक की ओपनिंग सेरेमनी स्टेडियम में न होकर नदी पर हुई. एफिल टावर के पास सीन नदी पर 94 नावों पर बैठे एथलिट ने मार्च करते हुए ओपनिंग सेरेमनी की शुरुआत की. यह परेड 6 किलोमीटर लंबी थी.
परेड में शरणार्थी देशों सहित कुल 206 सदस्यों के 10,500 से ज्यादा एथलीट्स ने भाग लिया. भारतीय टीम 84 वें स्थान पर थी जबकि ग्रीस की टीम पहले स्थान पर थी. किसी भी ओलंपिक की परेड मार्च में ग्रीस पहले स्थान पर होता है. आखिर ऐसी क्या वजह है कि ग्रीस को ही परेड में पहला स्थान मिलता है.
परेड में ग्रीस पहले स्थान पर क्यों?
पहला आधुनिक ओलंपिक खेल 1896 में ग्रीस की राजधानी एथेंस में खेला गया था. ओलंपिक के विकास उसकी आधुनिक संरचना के निर्माण और वैश्विक स्तर पर इस आयोजन को सफल बनाने में ग्रीस का अहम योगदान माना जाता है. इसी वजह से ग्रीस को परेड के दौरान ओलंपिक में पहला स्थान दिया जाता है. 2016 से ग्रीस के बाद शरणार्थी सदस्यों को परेड में जगह दी जाती है. वहीं सबसे आखिर में मेजबान राष्ट्र होते हैं और उनके अगले 2 ओलंपिक के मेजबान होते हैं. पेरिस ओलंपिक परेड मार्च में सबसे पीछे फ्रांस की टीम थी वहीं आगे आगे अमेरिका जो 2028 (लांस एंजिल्स) ओलंपिक का आयोजक है और उसके पीछे ऑस्ट्रेलिया जो 2032 (ब्रिसबेन) ओलंपिक की आयोजक है उसकी टीमें थी.
84 वें स्थान पर था भारत
भारतीय टीम पेरिस ओलंपिक परेड मार्च में 84 वें नंबर पर थी. भारत ने ओलंपिक 2024 के लिए 117 खिलाड़ियों का दल भेजा है. वहीं 140 सहयोगी स्टाफ भी शामिल हैं.भारत की तरफ से अनुभवी टेबल टेनिस खिलाड़ी अचंता शरथ कमल और शीर्ष भारतीय शटलर पीवी सिंधु भारत के नामित ध्वजवाहक थे.
ये भी पढ़ें- 20 मैच बाद ही इस खिलाड़ी के करियर पर लगा ब्रेक, कभी युवराज सिंह का विकल्प माना गया था