World Test Championship History : वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के दूसरे सीजन का फाइनल मुकाबला इस वक्त भारत और ऑस्ट्रेलिया (India vs Australia) के बीच लंदन के ओवल में खेला जा रहा है. टीम इंडिया दूसरी बार WTC का फाइनल खेल रही है. जबकि ऑस्ट्रेलिया की टीम पहली बार पहुंची है. बता दें कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप पहली बार 2019 में शुरू हुआ था और इसका फाइनल मैच 2021 में खेला गया था. तब भारत और न्यूजीलैंड की टीम फाइनल में आमने-सामने थी. यह मैच 18 जून से 23 जून तक साउथम्पटन में खेला गया था. इस मैच में न्यूजीलैंड भारत को 8 विकेट से हराकर चैंपियन बनी थी. पर क्या आपको बता है कि WTC का आइडिया कब आया था और बीसीसीआई क्यों थी इसके विरोध में. चलिए आपको बताते हैं.
WTC के विरोध में थी BCCI
बता दें कि साल 2017 में जब वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप को लेकर आईसीसी वर्किंग ग्रुप की मीटिंग हुई थी तब उसमें बीसीसीआई ने इसका विरोध किया था. बीसीसीआई वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का 9+3 के फॉर्मेट में खेले जाने के समर्थन में नहीं थी. बीसीसीआई इस बात से नाराज थी कि अफगानिस्तान और आयरलैंड जैसे देशों के पास टेस्ट दर्जा नहीं होने के बावजूद उन्हें इस टूर्नामेंट में ICC कैसे खेलने का मौका दे सकती है.
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WTC का पूरा इतिहास
आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप की शुरुआत अगस्त 2019 से इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच ऐतिहासिक एशेज सीरीज के साथ हुई थी. बता दें कि WTC का आइडिया साल 2009 में आया था और 2010 तक इसका प्लान पर तैयार कर लिया गया था. ICC साल 2013 से ही इसकी शुरुआत करना चाहती थी. इसे आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के स्थान पर आयोजित करने का विचार किया गया था. हालांकि कुछ टीमों ने इसका विरोध किया था. जिसके बाद इसे साल 2017 तक के लिए टाल दिया गया. इसके बाद आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप आयोजित कराने का विचार अक्टूबर 2017 में फाइनल हुआ था.
टेस्ट मैचों को बढ़ावा देने के लिए आईसीसी ने लिया था फैसला
क्रिकेट में पिछले कई सालों में टी20 फॉर्मेट की वजह से टेस्ट मैच का रोमांचक खत्म होता जा रहा था. तब ICC ने टेस्ट मैच को बढ़ावा और इसका रोमांचक बरकरार रखने के लिए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप को शुरू कराने की कोशिश की थी. आईसीसी ने इस WTC को दो डिवीजन में बांटना चाहती थी, लेकिन तब भारत और सहित बांग्लादेश ने इसका विरोध किया था.
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कितनी टीमें हैं WTC का हिस्सा?
आईसीसी रैंकिंग टॉप की 9 टीमें वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा हैं. ये टीमें हैं-भारत, इंग्लैंड, पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका, साउथ अफ्रीका, वेस्ट इंडीज, बांग्लादेश, और न्यूजीलैंड. वहीं आयरलैंड, अफगानिस्तान और प्रतिबंधित जिम्बाब्वे इसका हिस्सा नहीं हैं.
WTC वाली टीमें कितना मुकाबला खेलेंगे?
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में सभी 9 टीमों को 6 सीरीज खेलना होगा. इसमें टीमें 3 सीरीज घरेलू और 3 विदेशी जमीन पर सीरीज खेलेगी. एक सीरीज में कम से कम दो और ज्यादा से ज्यादा 5 टेस्ट मैच खेले जा सकते हैं. लीग राउंड के मैच खत्म होने के बाद इसका फाइनल मुकाबला खेला जाता है जो 2 साल के अंतराल पर होता है.
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WTC में अंक किस तरह दिए जाते हैं?
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में खेले गए सभी सीरीज के 120 अंक होंगे. 2 साल में एक टीम को ज्यादा से ज्यादा 720 अंक मिल सकते हैं. 5 टेस्ट की सीरीज में एक मैच के 24 अंक मिलेंगे. 4 मैचों की टेस्ट सीरीज में एक मैच का 30 अंक, 3 मैचों की टेस्ट सीरीज में एक मैच का 40 अंक मिलेगा. वहीं 2 मैचों की टेस्ट सीरीज में एक मैच को 60 अंक मिलेगा.
फाइनल ड्रॉ होने पर क्या होगा?
WTC Final मैच ड्रॉ या टाई होने पर ट्रॉफी दोनों टीमों में बंटेगी. जी हां, महामुकाबले के ड्रॉ होने पर दोनों टीमों को ज्वॉइंट विनर घोषित किया जाएगा. ऐसे में टॉप की दोनों टीमें या तो मैच को जीतना चाहेगी या फिर इसे ड्रॉ की ओर ले जाएगी.