भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के केरल प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर ने शुक्रवार को राज्य में पिनाराई विजयन के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादी (माकपा) को लोकतांत्रिक व्यवस्था में राज्यपाल की भूमिका पर आगाह किया. जावड़ेकर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि केरल में वाम सरकार तबाही मचा रही है. वह संविधान के खिलाफ चुनौती दे रहे हैं. राज्यपाल का पद एक संवैधानिक है और संविधान में राज्यपाल की भूमिका का भी स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है. माकपा और पिनाराई विजयन को इसे समझना चाहिए, लेकिन उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है.
भाजपा सांसद ने कहा, मुख्यमंत्री राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को उनके नाम से संबोधित करते हैं. राज्य के शिक्षा मंत्री वी. शिवनकुट्टी ने राज्यपाल को धमकी भी दी है..और अब, वह कहते हैं कि वह राज्यपाल के आवास पर घेराबंदी करने जा रहे हैं, जो सही नहीं है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कन्नूर में इतिहास कांग्रेस के उद्घाटन समारोह के दौरान राज्यपाल को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई थी और उस समय राज्यसभा सदस्य के.के. रागेश ने उन लोगों की भागने में मदद की और अब उन्हें विजयन का निजी सचिव बनाया गया है. केरल सरकार के लोगों के साथ समस्या यह है कि वह यूजीसी के नियमों को नहीं जानते हैं. डीवाईएफआई (माकपा की युवा शाखा) के नेताओं की पत्नियों को नौकरी दी जाती है. इन सभी को छिपाने के लिए वह राज्यपाल की घेराबंदी करने जा रहे हैं. इस सबका जवाब जनता देगी.
Source : IANS