केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर 16 भारतीय नाविकों की रिहाई में मदद के लिए तत्काल हस्तक्षेप की मांग की, जो इक्वेटोरियल गिनी द्वारा हिरासत में लिए गए नॉर्वेजियन तेल पोत पर हैं. जानकारी के मुताबिक, नार्वेजियन जहाज हीरोइक इदुन 8 अगस्त को नाइजीरिया में एकेपीओ टर्मिनल पर कच्चा तेल भरने के लिए पहुंचा था, जहाज को गिनी के नौसैनिक ने रोक लिया और हिरासत में ले लिया. बता दें, 16 भारतीय नार्वे के तेल पोत के 26 सदस्यीय चालक दल का हिस्सा हैं.
विजयन ने पत्र में कहा कि भले ही जहाज किसी भी गैरकानूनी गतिविधि में शामिल नहीं था, लेकिन शिपिंग कंपनी नाविकों की जल्द रिहाई की सुविधा के लिए जुर्माना भरने को तैयार है. मुख्यमंत्री ने मोदी से अनुरोध किया कि राजनयिक मिशनों को सतर्क किया जाए और भारतीय नाविकों को रिहा करने के लिए त्वरित कार्रवाई की जाए.
केरल के कांग्रेस सांसदों ने भी केंद्र से संपर्क किया है कि सभी भारतीयों की शीघ्र रिहाई के लिए कदम उठाए जाएं. नाविकों के अनुसार, जिन्होंने अपने परिवारों के साथ बात की है. उन्होंने बताया कि उन्हें कच्चे तेल की चोरी के संदेह में हिरासत में लिया गया.
केरल के सीएम और केरल के गवर्नर के बीच खटपट के विवाद जारी है. मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने राज्यपाल आरिफ मोहम्मद के कार्यक्रम के बहिष्कार का ऐलान किया है.
Source : IANS