केरल और महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते केस ने एक बार फिर देश की चिंता बढ़ा दी है. बीते दो दिन में कोरोना के 40 हजार से अधिक नए मामले देशभर में सामने आए हैं. इनमें से सबसे अधिक कोरोना संक्रमितों के नए मामले केरल और महाराष्ट्र से आए हैं. इस बीच केरल सरकार ने शुक्रवार को फिर से वीकेंड लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया है. केरल में फिर संडे लॉकडाउन (Sunday lockdown) लग गया है. इससे पहले राज्य सरकार की ओर से पिछले दो सप्ताह में रविवार को हुए लॉकडाउन में छूट दी गई थी.
यह भी पढ़ें : दिल्ली में चरणबद्ध तरीके से खोले जाएंगे स्कूल, पहले इस कक्षा के खुलेंगे
आपको बता दें कि केरल में कोरोना का कहर कम नहीं हो रहा है. राज्य के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने एक बयान में बताया कि 1,66,397 नमूनों की जांच के बाद गुरुवार को केरल में 30,007 लोग कोविड-19 से संक्रमित पाए गए. प्रदेश में फिलहाल टेस्ट पॉजिटिविटी रेट 18.03 प्रतिशत दर्ज किया गया है, जो कि चिंताजनक है. यहां जारी एक बयान में, विजयन ने यह भी कहा कि 18,997 लोग संक्रमण से ठीक हुए हैं और फिलहाल यहां कुल सक्रिय मामले 1,81,209 हैं.
राज्य में पिछले 24 घंटों के दौरान संक्रमण की वजह से 162 मौतें हुईं हैं, जिससे मरने वालों की संख्या 20,134 हो गई है. एनार्कुलम जिले में 3,872 मामले सामने आए हैं, इसके बाद कोझीकोड में 3,461 और त्रिशूर जिले में 3,157 मामले दर्ज किए गए हैं. स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि उनके विभाग के एक अध्ययन से पता चला है कि 35 प्रतिशत प्रसार घरों में हो रहा है और समय की जरूरत है कि जो पॉजिटिवि हो जाते हैं, लेकिन होम क्वारंटाइन की सुविधा नहीं है, तो उन्हें सरकारी सुविधाओं से संपर्क करना चाहिए.
Kerala to continue with Sunday lockdown. An exemption was given in the Sunday lockdown in the last two weeks by the state government. #COVID19
— ANI (@ANI) August 27, 2021
इस बीच, केरल देश भर में सामने आ रहे मामलों में से सबसे अधिक कोविड मामले दर्ज करने को लेकर न केवल राष्ट्रीय बल्कि अंतर्राष्ट्रीय सुर्खियां भी बटोर रहा है. यहां अब दैनिक तौर पर सामने आने वाले नए मामलों के 65 प्रतिशत मामले रिकॉर्ड किए गए हैं.
यह भी पढ़ें : सोनिया गांधी से मिलने 10 जनपथ पहुंचे पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत
सबसे अधिक मामले सामने आने के रिकॉर्ड बनने के साथ ही केरल के नाम सक्रिय मामलों की सबसे अधिक संख्या होने का भी अनचाहा रिकॉर्ड हो गया है. यही नहीं, यहां संक्रमण की वजह से होने वाली मौत भी सबसे अधिक हो रही हैं. पिछले कुछ दिनों से इन सभी आंकड़ों में केरल के नंबर एक आने के बाद विपक्ष के शीर्ष नेताओं ने विजयन को आड़े हाथों लेना शुरू कर दिया है.
विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने कहा कि विजयन एक साल से अधिक समय से अपनी सरकार की देखभाल और चिंता के बारे में टीवी पर दैनिक रूप से लाइव रहे, लेकिन अब गायब हो गए हैं. उन्होंने कहा, राज्य का दौरा करने वाली केंद्रीय टीम को गंभीर त्रुटियां देखने को मिली हैं, जो राज्य सरकार ने की है, विशेष रूप से जिस तरह से होम क्वारंटाइन किया गया है.
उन्होंने कहा कि अब राज्य सरकार को संज्ञान लेना चाहिए और कोविड प्रसार से लड़ने के लिए वह सब कुछ करना चाहिए, जो वे कर सकते हैं, लेकिन दुख की बात है कि विजयन सरकार मोपला विद्रोह के शताब्दी समारोह के आयोजन में व्यस्त है. पूर्व विपक्ष के नेता और कांग्रेस के दिग्गज विधायक रमेश चेन्नीथला ने कहा कि विजयन को अब केरल के लोगों से माफी मांगनी चाहिए और कोविड के मोर्चे पर जो हो रहा है उसकी पूरी जिम्मेदारी लेनी चाहिए.