94 वर्षीय कामाक्षी सुब्रमण्यम ने चेन्नई के वार्ड 174 से एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया, जिसमें बेसेंट नगर और अडयार क्षेत्र शामिल हैं. कामाक्षी पट्टी (दादी) एक नागरिक कार्यकर्ता और सेनानी हैं. उन्होंने एक संगठन स्पार्क की सह-स्थापना की जो क्षेत्र में मुद्दों से निपटने के लिए एक नागरिक मंच है और संगठन ने कार्ल श्मिट मेमोरियल की बहाली के लिए कई अथक संघर्ष किए है. उन्होंने कहा कि यदि वह निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनी जाती हैं, तो उनकी प्राथमिकता सभी महत्वपूर्ण मामलों पर जनता से विचार-विमर्श करना होगा और उसके बाद ही उस पर निर्णय लेना होगा.
कामाक्षी सुब्रमण्यम ने कहा कि आप देखिए ठेकेदार पैसा बनाने के लिए धोखा करते हैं. बेसेंट नगर सड़क पिछले 12 वर्षों से खराब थी, लेकिन यह अब चमक रही है. मैं दैनिक आधार पर इसकी निगरानी और सुधार कर रही हूं. लोगों को कम से कम अपने परिसर के आसपास के मुद्दों को उठाना होगा, जो ठेकेदार की भ्रष्ट प्रथाओं, आधिकारिक गठजोड़ को तोड़ देगा. हमें अपनी जिम्मेदारियों को नहीं भूलना चाहिए.
उन्होंने कहा कि यदि वह निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनी जाती हैं, तो उनकी प्राथमिकता सभी महत्वपूर्ण मामलों पर जनता से विचार-विमर्श करना होगा और उसके बाद ही उस पर निर्णय लेना होगा. कार्यकर्ता ने कहा कि मैं अपने वार्ड को वृद्ध लोगों और विकलांग लोगों के लिए सभी सुविधाओं के साथ समावेशी बनाना चाहता हूं और मेरी प्राथमिकता उसके लिए होगी.
HIGHLIGHTS
- चेन्नई में होने जा रहे हैं निकाय चुनाव
- इसमें किस्मत आजमाएंगी कामाक्षी दादी
- लोगों का भी मिल रहा है जनसमर्थन