तमिलनाडु पुलिस ने तिरुचि पुनर्वास शिविर को अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान की है, जहां राजीव गांधी हत्याकांड के चार श्रीलंकाई दोषियों को जेल से रिहा होने और निर्वासन लंबित होने के कारण रखा गया है. विशेष शिविर में पहले से ही 130 विदेशी नागरिक ठहरे हुए हैं, जिनमें से अधिकांश श्रीलंकाई हैं, जो विभिन्न आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर जेल से चार श्रीलंकाई- शांतन, मुरुगन उर्फ श्रीहरन, रॉबर्ट पायस और जयकुमार को रिहा किए जाने के बाद पुलिस शनिवार की रात इन सभी को इस शिविर में ले आई.
इन्हें भारी सुरक्षा प्रदान करने के लिए मध्य और उत्तरी जिलों से 50 से अधिक सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है. शिविर में सुरक्षा के लिए जो अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है, उसमें पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) शामिल हैं, जो 24 घंटे सुरक्षा में तैनात टीमों का नेतृत्व कर रहे हैं. शिविर में सहूलियत वाले स्थान तमिलनाडु विशेष पुलिस बल द्वारा संचालित किए जाते हैं, शिविर में विभिन्न स्थानों पर पहले से ही कई निगरानी कैमरे लगाए गए हैं.
शिविर तिरुचि जिला कलेक्टर के प्रशासनिक और परिचालन नियंत्रण के अधीन है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कुछ समय पहले शिविर में छापेमारी की थी, जब एजेंसी को सूचना मिली थी कि कुछ कैदी अंतर्राष्ट्रीय ड्रग कार्टेल से जुड़े हुए हैं.
Source : IANS