एआईसीसी के तमिलनाडु प्रभारी दिनेश गुंडू राव द्वारा नांगुनेरी विधायक रूबी आर. मनोहरन के निलंबन पर रोक लगाने के बाद तमिलनाडु कांग्रेस में एक नया संकट खड़ा हो गया है. विधायक ने टीएनसीसी नेतृत्व के अनुसार तूतीकोरिन जिला कांग्रेस नेतृत्व के साथ मतभेदों को लेकर अपने समर्थकों के पांच ट्रक के साथ पार्टी मुख्यालय सत्यमूर्ति भवन में हंगामा किया था. जब विधायक के समर्थक पार्टी मुख्यालय में हिंसा और मारपीट कर रहे थे, तब पार्टी की एक उच्च स्तरीय बैठक हो रही थी, जिसमें टीएनसीसी अध्यक्ष के.एस. अलागिरी मौजूद थे.
पार्टी ने मनोहरन को कारण बताओ नोटिस जारी किया था, लेकिन उन्होंने इसका जवाब देते हुए कहा कि उन्हें इस तरह की घटना की जानकारी नहीं है और वह उस समय मौजूद नहीं थे. पार्टी-राज्य अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति ने भी विधायक से स्पष्टीकरण मांगा था और विधायक को अस्थायी रूप से पार्टी से निलंबित कर दिया गया था.
पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और संगठन के प्रभारी महासचिव के.सी. वेणुगोपाल को स्थिति से अवगत कराया. पार्टी के नेता और तमिलनाडु विधानसभा में कांग्रेस के उप नेता राजेश कुमार ने दस विधायकों के साथ पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं से मुलाकात की.
पार्टी के सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि दिनेश गुंडू राव की कार्रवाई पार्टी संविधान के अनुसार नहीं थी क्योंकि उनके पास राज्य पार्टी अनुशासन समिति द्वारा की गई कार्रवाई को रद्द करने की शक्ति नहीं है और केवल एआईसीसी की अनुशासनात्मक समिति ही इस पर निर्णय ले सकती है.
इससे पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता धनुषकोडी आदित्यन ने इस घटना पर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि पार्टी में इस तरह के मुद्दे स्पष्ट संकेत हैं कि राज्य में पार्टी बढ़ रही है.
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Source : IANS