Assam Gangrape: असम के नागांव जिले के धींग में नाबालिक लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने वाले मुख्य आरोपी की तालाब में डूबकर शनिवार को मौत हो गई. उसने कथित तौर पर पुलिस की हिरासत से भागने के लिए तालाब में छलांग लगा दी. जिससे वह तालाब में डूब गया. पुलिस शनिवार तड़के मुख्य आरोपी तफजुल इस्लाम को घटनास्थल पर क्राइम सीन रिक्रिएड करने के लिए लेकर पहुंची थी, लेकिन तभी उसने पुलिस की गिरफ्तर से भागने की कोशिश की और तालाब में छलांग लगा दी. जिससे उसकी मौत हो गई. पुलिस ने करीब दो घंटे बाद आरोपी का शव तालाब से बरामद कर लिया.
गांव के कब्रिस्तान में दफनाने से किया इनकार
इस बीच आरोपी के पैतृक घर बोरभेटी में ग्रामीणों ने उसके अंतिम संस्कार में भाग न लेने का निर्णय किया है साथ ही उसे गांव के कब्रिस्तान में दफनाने की भी अनुमति नहीं दी. नगांव के पुलिस अधीक्षक स्वप्निल डेका ने बताया कि शुक्रवार को गिरफ्तार किए गए आरोपी को सुबह करीब 3.30 बजे अपराध स्थल के क्राइम सीन रिक्रिएट करने के लिए हथकड़ी लगाकर घटनास्थल पर ले जाया गया था. उन्होंने बताया कि, "इस दौरान आरोपी ने एक पुलिसकर्मी पर हमला किया और पुलिस हिरासत से भागकर तालाब में कूद गया."
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आरोपियों की तलाश जारी
पुलिस अधिकारी ने बताया कि उसके बाद तुरंत एसडीआरएफ को इसकी सूचना दी गई और तलाशी अभियान शुरू किया गया. उसके लगभग दो घंटे बाद आरोपी का शव बरामद कर लिया गया.यइस मामले में अभी दो आरोपी फरार हैं. जिनकी लगातार तलाश की जा रही है.
गुरुवार शाम को किया था नाबालिग से दुष्कर्म
बता दें कि गुरुवार शाम को 14 वर्षीय नाबालिक ट्यूशन के बाद साइकिल से अपने घर लौट रही थी. तभी बाइक सवार तीन आरोपियों ने उसे घेर लिया और उसके साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म किया. उसके बाद वे नाबालिक को तालाब किनारे छोड़कर फरार हो गए. ग्रामीणों ने नाबालिक को बेहोशी की हालत में तालाब किनारे देखा तो पुलिस को इसकी सूचना दी.
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आरोपी के जनाजे में शामिल नहीं होंगे गांव के लोग
इस बीच बोरभेटी के ग्रामीणों ने शनिवार सुबह बैठक कर युवक द्वारा किये गये अपराध को लेकर तीन निर्णय लिये. गांव के एक बुजुर्ग मोहम्मद शाहजहां अली चौधरी ने मीडिया को बताया कि, ''हमने गांव के कब्रिस्तान में उसे दफनाने की अनुमति नहीं देने, उसके 'जनाजा' (दफनाने की प्रार्थना) में भाग नहीं लेने और उसके परिवार का सामाजिक बहिष्कार करने का फैसला किया है." उन्होंने कहा, ''गांव के युवक के अपराध ने हमें शर्मसार कर दिया है और हम उसे सामुदायिक कब्रिस्तान में दफनाने की अनुमति नहीं दे सकते." इस बीच घटना के विरोध में गांव की मस्जिद से एक मार्च भी निकाला गया.
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सीएम ने शख्त कार्रवाई की कही थी बात
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शुक्रवार को कहा था कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. सरमा ने कहा कि ऐसे मामलों से निपटने में असम और बंगाल के बीच अंतर है. उन्होंने कहा कि, 'बंगाल में जब महिलाओं पर अत्याचार होता है तो अपराधियों को संरक्षण दिया जाता है और पुलिस संदिग्ध कार्रवाई करती है. उन्होंने कहा, 'असम में एक नाबालिग लड़की के साथ जघन्य अपराध किया गया, आरोपी को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया.'