असम-मेघालय सीमा पर लकड़ी की तस्करी को रोकने पहुंची पुलिस को हिंसा का शिकार होना पड़ा. मंगलवार को तड़के भड़की हिंसा के दौरान वन रक्षक सहित पांच लोगों की मौत हो गई. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने अवैध लकड़ियों से भरे एक ट्रक को रोका था. इसके बाद हिंसा भड़क गई. यहां पर एहतियात के तौर पर सात जिलों के इंटरनेट को बंद कर दिया गया. इस दौरान वन रक्षकों ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि असम विभाग ने मेघालय सीमा पर ट्रक को आगे जाने से रोक दिया था.
इस दौरान ट्रक चालक भागने की कोशिश कर रहा था. उसे रोकने के लिए वन रक्षकों ने फायरिंग आरंभ कर दी. वन रक्षकों की फायरिंग में ट्रक का टायर पंचर हो गया. चालक समेत तीन लोगों को पकड़ा गया है. हालांकि अन्य फरार होने कामयाब रहे. फायरिंग में चार लोग मारे गए. वहीं एक वनरक्षक की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई.
यह मामला सुबह साढ़े सात बजे का है. जब यह हिंसा भड़की तो गांव वाले भी बाहर निकल आए. इस बीच तस्करी करने वाले ट्रक छोड़कर भाग रहे थे. तभी पुलिस ने सभी पर गोली चला दी. इसमें चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. ऐसा भी कहा जा रहा है कि इस दौरान ग्रामीण गुस्सा गए और वनरक्षकों पर हमला कर दिया. इसमें कई वन रक्षक घायल हो गए. इसमें से एक की मौत हो गई.
इस घटना का मेघालय के सीएम कोनराड संगमा ने संज्ञान लिया है. उन्होंने मेघालय के सात जिलों में इंटरनेट सेवाओं को स्थगित करने की घोषणा की है. इसके अलावा मारे गए लोगों को राहत राशि के रूप में पांच लाख रुपये देने का ऐलान मेघालय सरकार ने किया है. इस मामले में मेघालय पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है.
HIGHLIGHTS
- तस्करी करने वाले ट्रक छोड़कर भाग रहे थे
- तभी पुलिस ने सभी पर गोली चला दी
- हिंसा के दौरान वन रक्षक सहित पांच लोगों की मौत
Source : News Nation Bureau