केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने रविवार 7 अक्टूबर को असम के पूर्व मुख्यमंत्री हितेश्वर सैकिया (Hiteshwar Saikia) के बेटे अशोक सैकिया (Ashok Saikia) के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. सीबीआई ने 25 साल पुराने मामले में कार्रवाई की है. सीबीआई ने नौ लाख रुपये का कर्ज चुकाने न चुका पाने के मामले में गिरफ्तार कर लिया है. एजेंसी के अधिकारियों ने जानकारी दी है कि यह कार्रवाई अशोक सैकिया के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद की गई. एजेंसी ने आगे बताया कि बार-बार समन जारी होने के बाद भी अशोक सैकिया अदालत के सामने पेश नहीं हो रहे थे.
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आपको बता दें इस मामले में अधिकारियों ने कहा कि अशोक सैकिया से सीबीआई की गुवाहाटी टीम ने पूछताछ की है. अभी उन्हें सीबीआई ने अपनी गिरफ्त में रखा है. सीबीआई अधिकारी अशोक सैकिया को सोमवार 8 अक्टूबर को अदालत के सामने पेश करेंगे. समाचार एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट की मानें तो अशोक के बड़े भाई और असम विधानसभा में विपक्ष के नेता देवव्रत सैकिया ने बताया कि अशोक को सीबीआई अधिकारियों की एक टीम रविवार की शाम को अपने साथ ले गई.
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देवव्रत सैकिया आगे बताया कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण मामला है. उनके वकील की रिपोर्ट के अनुसार सीबीआई को इस मामले में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए था. उन्होंने आगे कहा कि मेरे भाई अशोक ने पहले ही एक सहकारी ग्रामीण बैंक, एस्कार्ड बैंक को राशि का भुगतान कर दिया है. उन्होंने कहा मेरा छोटा भाई निर्दोष है. आपको बता दें देवव्रत सैकिया ने कहा कि उनके भाई अशोक सैकिया द्वारा साल 2015 तक सभी लोन पहले ही चुका दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि मुझे यकीन है कि उनके पक्ष में न्याय होगा.