उत्तर भारत के बाद अब पूर्वोत्तर के राज्यों में भी ऐतिहासिक जगहों के नाम बदलने की मांग की जा रही है. इसे लेकर असम के मुख्यमंत्री हेमंत कुमार बिस्वा ने एक कदम आगे बढ़ते हुए इस संबंध में एक पोर्टल लॉच करने की बात कही है. उनका कहना है कि किसी शहर,कस्बे या गांव का नाम उसकी संस्कृति, परंपरा और सभ्यता का प्रतिनिधित्व करना चाहिए. उन्होंने कहा कि पूरे असम में नाम बदलने पर सुझाव आमंत्रित करने के लिए एक पोर्टल लॉन्च करेंगे जो हमारी सभ्यता, संस्कृति के विपरीत है और किसी भी जाति या समुदाय के लिए अपमानजनक है. सीएम ने अपने ट्वीटर हैंडर पर इस संदेश को ट्विट किया है. उनका कहना है कि नामों को परंपरा के अनुसार बदला जाना चाहिए. इसेक साथ नाम के साथ वहां संस्कृति और सभ्यता भी झलक होनी चाहिए.
वहीं उत्तर प्रदेश में कई जगहों के नाम बदलने की कवायद जारी है. हाल ही में मिर्जापुर जिले का नाम बदलकर विंध्यधाम करने और उन्नाव के मियागंज ब्लॉक का नाम मायागंज करने की मांग उठी है. इसके पहले अलीगढ़, मैनपुरी और फिरोजाबाद के जिला पंचायतों ने नाम बदलने के प्रस्ताव सरकार को भेज दिए हैं. अब सरकार तय करेगी कि इन जगहों के नामों बदला जा जाए या नहीं. वहीं, उन्नाव के डीएम रविन्द्र कुमार ने भी मियागंज ब्लॉक का नाम मायागंज करने का प्रस्ताव सरकार को भेजा है. अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस मामले को लेकर आखिरी फैसला लेना है.
क्या बदल जाएगा अलीगढ़ का नाम
बीते दिनों अलीगढ़ की जिला पंचायत ने अलीगढ़ का नाम हरिनगर करने का प्रस्ताव सरकार को भेजा था. वहीं, अब अलीगढ़ एयरपोर्ट का नाम भाजपा के कद्दावर नेता कल्याण सिंह के नाम पर रखने का प्रस्ताव सरकार को भेज दिया है. गौरतलब है कि अलीगढ़ का नाम पैगम्बर मोहम्मद साहब के दामाद और खलीफा हजरत अली के नाम पर रखा गया था.
HIGHLIGHTS
- कहा, गांव का नाम उसकी संस्कृति, परंपरा और सभ्यता का प्रतिनिधित्व करना चाहिए
- नामों को परंपरा के अनुसार बदला जाना चाहिए