असम के गोलपारा जिले में शनिवार को एक जंगली हाथी ने 45 वर्षीय व्यक्ति को कथित तौर पर कुचल कर मार डाला. मामले से वाकिफ वन अधिकारियों ने बताया कि, मृतक का शव रविवार सुबह बरामद किया गया, जिसकी पहचान सुभाष चंद्र राभा के रूप में हुई है. वन अधिकारियों ने बताया कि, "शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और हम इस बारे में स्थानीय लोगों से बात कर रहे हैं." मिली जानकारी के मुताबिक, मृतक राभा रंगजुली पुलिस स्टेशन के अंतर्गत पंडितपारा गांव का निवासी था.
स्थानीय लोगों के अनुसार, राभा रात करीब 2 बजे टहलने गया था, तभी एक जंगली हाथी ने अचानक उस पर हमला कर दिया. हाथी उसे घसीटकर पास के एक गांव में ले गया और उसे कुचलकर मार डाला.
स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर लगाया गंभीर आरोप
स्थानीय लोगों ने घटना की जानकारी पुलिस और वन अधिकारियों को दी, जिसके बाद वन रक्षकों की एक टीम मौके पर पहुंची और रविवार तड़के राभा का शव बरामद किया. स्थानीय लोगों ने वन विभाग पर इलाके में मानव-हाथी संघर्ष की अनदेखी करने का भी आरोप लगाया.
लोगों ने आगे की त्रासदियों को रोकने के लिए एक स्थायी समाधान की मांग की है. उन्होंने कहा कि, हम डर में जी रहे हैं, लेकिन हमारे पास कोई नहीं है जो समाधान निकाल सके.
पहले भी हो चुके हैं ऐसे हादसे
मालूम हो कि, पिछले दो वर्षों में, असम में बिजली के झटके के कारण कई जंगली हाथियों की मौत हो गई है. वन अधिकारियों का कहना है कि, ज्यादातर मामले इसलिए हुए हैं क्योंकि स्थानीय लोगों ने हाथियों की आवाजाही को रोकने के लिए अपने घरों के पास बिजली के तारों का इस्तेमाल किया था.
वहीं शुक्रवार को तिनसुकिया जिले के पेंगारी इलाके में एक वयस्क हाथी का शव मिला था, लेकिन मौत का कारण अज्ञात था.
Source : News Nation Bureau