महाराष्ट्र के ठाणे में बदलापुर में स्कूल की बच्चियों के साथ हुए कथित दुष्कर्म मामले के बाद से लोगों का गुस्सा उबाल पर है. एक तरफ स्कूल के बाहर प्रदर्शन तो दूसरी ओर लोकल ट्रेनों को रोक दिया गया. भारी संख्या में लोग सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर का बयान सामने आया है. उन्होंने सभी से आश्वसन देते हुए कहा कि इस घटना पर फास्ट ट्रैक कोर्ट सुनवाई करेगा.
सीएम शिंदे से की बात
शिक्षा मंत्री ने मंगलवार को बताया कि हमने इस घटना को बहुत ही गंभीरता से लिया है. साथ ही सीएम और डिप्टी सीएम से इस मामले को लेकर बात की है. दोनों ने मामले को गंभीरता से लिया है. सीएम से 15 मिनट इस बारे में बात हुई, उनको पूरी घटना बताई गई. दोनों ही इस मामले पर नजर रखे हुए हैं. मंत्री केसरकर ने आगे कहा कि हमने हर स्कूल में सीसीटीवी लगाना अनिवार्य किया था, लेकिन उन्होंने क्यों नहीं लगाया उस पर भी करवाई करेंगे. आरोपी अक्षय पर पॉक्सो के तहत मामले दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है.
बदलापुर बंद का आह्वान
उधर, बदलापुर में नाराज लोगों ने 'रेल रोको' और शहर को बंद रखने का आह्वान किया है. इस आंदोलन ने उग्र रूप धारण कर लिया है. रेलवे स्टेशन पर लोगों की भीड़ जुटी हुई है और ट्रैक पर उतर गए हैं. वे रेल रोकने का प्रयास कर रहे हैं. पुलिस ने रेलवे ट्रैक पर जमा हुए लोगों को हटाने की कोशिश की, तो इस दौरान पत्थरबाजी की गई. इस घटना में कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.
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शौचालय में हुई थी हैवानियत
यह घटना 12-13 अगस्त, 2024 की है, जब सुबह की क्लास में जाने वाली लड़कियां शौचालय का इस्तेमाल करने गई थीं. उसी वक्त आरोपी अक्षय शिंदे ने लड़कियों के शौचालय की सफाई का काम होने का फायदा उठाकर नाबालिग लड़कियों का यौन शोषण किया. बता दें कि स्कूल ने लड़कियों के शौचालय के लिए कोई महिला कर्मचारी नियुक्त नहीं की थी. ऐसे में इस तरह की घटना ने स्कूल प्रशासन पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं.