पश्चिम बंगाल में जूनियर डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी को लेकर देशभर में डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन जारी है. ऐसे में अब मध्य प्रदेश में भी इसका असर देखने को मिला है. प्रदेश भर में करीब तीन हजार जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर हैं. वहीं, राजधानी भोपाल में एम्स अस्पताल के बाद अब उनके समर्थन में हमीदिया अस्पताल के सीनियर डॉक्टर भी हड़ताल पर उतर गए हैं.
हड़ताल प्रदेश स्तरीय बताई जा रही है. जूडा के प्रवक्ता कुलदीप गुप्ता ने बताया कि हमीदिया हॉस्पीटल में 15 अगस्त की रात 12 बजे से गांधी मेडिकल कॉलेज (GMC) के 250 से अधिक जूनियर डॉक्टर (जूडा) ने काम बंद कर दिया. हड़ताल के दौरान जूनियर डॉक्टर्स सिर्फ इमरजेंसी में सेवाएं देंगे, ताकि मरीजों के इलाज में परेशानी का सामना न करना पड़े.
एक्शन में प्रबंधन
भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. एन सिंह ने सभी डॉक्टर्स की छुट्टियां निरस्त कर दी हैं. डीन ने मेडिकल टीचर्स को इमरजेंसी, ओपीडी, ऑपरेशन थेटर, वार्ड में तैनात करने के निर्देश दिए हैं. गांधी मेडिकल कॉलेज जूनियर डॉक्टर प्रवक्ता कुलदीप गुप्ता के अनुसार करीब 250 जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर हैं. उन्होंने बताया कि इसे लेकर जीएमसी डीन को पत्र दिया गया है. इस दौरान जूनियर डॉक्टर्स इमरजेंसी में सेवाएं देंगे, जबकि रुटीन और ओपीडी में जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर रहेंगे.
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क्यों तेज हुआ विरोध
डॉ. कुलदीप ने आगे बताया कल रात बंगाल में प्रदर्शन कर रहे चिकित्सकों के साथ हिंसा होने से हम व्यथित हैं. अब हमारा आंदोलन और तीव्र हो गया है. उक्त घटना के साथ पूर्ण संवेदना जाहिर करते हुए जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन सेवाएं बंद करने का ऐलान किया है. अगर मध्य प्रदेश शासन/प्रशासन ने समय रहते उचित निर्णय नहीं लिया तो आंदोलन और उग्र हो सकता है.