बंगाल की घटना पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि जिस तरह से ऐसी घटना घटती है भले वह किसी भी राज्य में हो किसी भी सरकार में हो सब निंदनीय है. जो भी व्यक्ति हो उस पर करी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए अफसोस मुझे तब होता है जब ऐसे विषयों का राजनीतिकरण कर दिया जाता है जिस तरीके से बंगाल में हिंसा चरण सीमा पर है.
एक तो ऐसी निंदनीय घटना घटी है उसके बाद जिस तरह से आज की तारीख में आगजनिक जैसा माहौल बनाया जा रहा है. कल जिस तरह से घटनास्थल पर हजारों की संख्या मे सामाजिक तत्व गए और तोड़फोड़ की यह साजिश के तहत गए किसी एविडेंस को मिटाने के लिए गए थे किसी को बचाने के लिए था किसी को फसाने के लिए था यह तमाम बातें जांच का विषय है पर जब वहां पर की सरकार इसके ऊपर आंख मूंद कर बैठी है तो चिंता वहां से शुरू होती है
वहीं सरकार है जो देश में कहीं पर भी कहीं ऐसी घटना होती है तो सबसे ज्यादा आवाज बुलंद करने वाली यह लोग होते हैं मुझे ताजुब है कि जहां की मुख्यमंत्री एक महिला हो वह मुख्यमंत्री इसके ऊपर खामोश रहती है कि तमाम महिला सांसद इसके ऊपर खामोश रहती है और देश के किसी और कोने में कोने में अगर घटित घटना को अंजाम दिया जाता है तो सबसे पहले यह लोग मुखर होते हैं ऐसे में दूसरे का जुर्म जुर्म होता है
और जब वही चीज आपके ऊपर आती है तब उसको छुपाने का आप काम करते हैं जब यह दोहरी नीति चलती है तो एतराज इस बात से होता है.देश के नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री ने अपने स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में देश को संबोधित करते हुए अपने वक्तव्य में इस बात को प्रमुखता से कहा इस समाज को भी जिम्मेदारी को लेना होगा और जिस तरीके से बहन बेटियों के साथ आज की तारीख में भी इस तरीके की घटनाओं को अंजाम दिया जाता है वह कहीं से भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी और आने वाले दिनों में दोषियों को करी से करी सजा मिलेगी बल्कि उस सजा का डर दूसरे आरोपियों के मन में भी बैठे इस बात को भी सुनिश्चित किया जाएगा.
इस बात को भी प्रमुखता से दर्शाया जाएगा कि किसके ऊपर क्या कई सजा हुई ताकि भविष्य में कोई दूसरा आरोपी इस तरह के घटना को अंजाम नहीं दे सके और बंगाल में घटना निंदनीय है शर्मनाक है और जितने भी डॉक्टर से उनकी बातों को सुना जाना चाहिए और जो प्रोटेशन एक्ट की यह लोग बात करते हैं. अपने संरक्षण की बात करते हैं उसको भी उसको भी करने की जरूरत है और महिलाओं के सम्मान की बात है जिस पर हर सरकार को संवेदनशील होकर कार्य करने की जरूरत है.
वक्फ को लेकर हम लोगों ने अपनी सोच स्पष्ट कर दी है जब यह कैबिनेट में यह मामला आया था इस पर भी उसे पर भी हम लोग स्पष्ट तौर पर कहा था यह एक कमेटी जानना चाहिए वह कोई स्टैंडिंग कमेटी हो आज तो जॉइंट जेपीसी का गठन कर दिया गया है यह हम लोग की मांग थी क्योंकि एक बड़ा तबका है. जिसकी तमाम तरीके के संशोधनों को लेकर है स्वभावी के होगी ऐसे में हर स्टेट फोल्डर को अपनी बात रखने का मौका मिलेगा और एक विषय कमेटी के पास जाता है और मुझे खुशी है और मैं केंद्र सरकार के धन्यवाद देता हूं कि हम लोगों के सुझाव को वहां पर माना गया सुना गया और उसके जेपीसी के पास भेजा गया.
कानून व्यवस्था पर उठे सवाल चिराग ने कहा कानून व्यवस्था क्या थी वह किसी से छुपा नहीं है हम ऐसा नहीं कहते कि आपका समय में ज्यादा थे और हमारे समय कम है इसलिए उचित है मैं बार-बार इस बात को दोहराता हूं कि अगर एक भी अपराधी घटनाएं घटती है किसी भी राज्य में वह उसे राज्य के लिए चिंता का विषय है हमारे राज्य में भी जिस तरह से हाल फिलहाल फिलहाल के दिनों में अपराधी घटनाएं बच्चियों के साथ छोटे बच्चियों के साथ हुई तो उसका घटना हुई है मुजफ्फरपुर की घटना हो कल भी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल हमारे पार्टी के सांसद उसमें मौजूद रहेगा अरुण भारती जी रहेंगे कल वह जहां जाएंगे. वहां पर इस घटना की पूरी जानकारी लेकर वह स्वयं मुख्यमंत्री से यह प्रतिनिधिमंडल मिलकर यह जानकारी उनके साथ पर सजा करूंगा हमारे राज्य में भी इस तरीके के अपराधी घटनाओं की कोई जगह नहीं है नहीं होनी चाहिए ऐसे में प्रशासन को और मुस्तैद होने की जरूरत है जरूरत है हर जिले के स्थानीय स्थानीय प्रशासन हो उनको स्थानीय प्रशासन को अपने जिम्मेदारी से मजबूती से निभाने की जरूरत है ताकि उनके जिले में ऐसी घटनाएं न सिर्फ रोक लगे बल्कि भविष्य में ऐसी घटनाएं भविष्य में ऐसी इसकी जिम्मेदारी हर किसी को लेनी होगी.