बिहार और नेपाल के तराई क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के बाद राज्य की प्रमुख नदियों में आई बाढ़ ने उत्तरी बिहार में जमकर कहर बरपाया है. बाढ़ के कारण कई क्षेत्रों में रेल और सड़क मार्ग अवरुद्ध हो गया है. अब तक राज्य के 10 जिले बाढ़ से प्रभावित हो चुके हैं. 10 जिलों के 77 प्रखंडों की 577 पंचायतों में दस लाख 61 हजार से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. वहीं अब-तक 10 लोगों की बाढ़ से मौत भी हो चुकी है. राज्य सरकार की ओर से प्रभावितों के लिए राहत और बचाव कार्य निरंतर चलाए जा रहे हैं.
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इस बीच, राज्य के तटबंधों के टूट जाने के बाद बाढ़ का पानी नए क्षेत्रों में प्रवेश कर गया है. इधर, नदियां अभी भी कई क्षेत्रों में लाल निशान के ऊपर बह रही हैं. बिहार में आई बाढ़ से केवल आम आदमी ही नहीं जंगली जानवर भी परेशान हैं. बाढ़ के कारण आम जनजीवन अस्त व्यस्त होने से ना केवल इंसान बल्कि मूक जंगली जानवरों के लिए भी यह बाढ़ आफत बनी हुई है. नदियों के तेज बहाव को जंगली जानवर खासकर हिरण नहीं झेल पा रहे हैं और वे इस वेग में बह रहे हैं.
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उत्तरी बिहार के बाढ़ प्रभावित जिलों में सरकार की ओर से राहत और बचाव कार्य भी जारी है. ताकि प्रभावितों को समस्या का सामना ना करना पड़े. बिहार के सभी बाढ़ प्रभावित परिवारों को छह-छह हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी. इसके लिए लिए सूची को बनाने का निर्देश दिया गया है. लोगों के लिए शनिवार को हेलीकॉप्टर के जरिए रात सामग्री पहुंचाई गई. शनिवार को भारतीय वायु सेना के एक हेलीकॉप्टर ने पटना हवाईअड्डे से उड़ान भरी और उत्तरी बिहार के 10 जिलों में राहत सामग्री वाले कुल 1,940 पैकेट गिराए. प्रत्येक पैकेट में ढाई किलो चावल, एक किलो दाल, आधा किलो गुड़, माचिस की डिब्बी और मोमबत्ती का पैकेट रखे गए थे.
Source : News Nation Bureau