बिहार (Bihar) में जल-जीवन-हरियाली अभियान, शराबबंदी एवं नशाबंदी के पक्ष में तथा बाल विवाह एवं दहेज प्रथा के खिलाफ 19 जनवरी को बनने वाली मानव श्रृंखला (Human Chain) के निर्माण की तैयारियों जोरों पर हैं. पर्यावरण (Environment) के प्रति लोगों में जागरूकता के लिए 19 जनवरी को बिहार में बनने वाली मानव श्रृंखला की अंतिम तैयारी में अधिकारी जुटे हुए हैं. अधिकारियों ने लोगों से इस मानव श्रंखला में शामिल होने की अपील की है और दावा किया है कि इसमें लगभग चार करोड़ लोग शामिल होंगे. सुबह 11.30 से दोपहर 12 बजे तक बनने वाली यह मानव श्रंखला पर्यावरण के प्रति जागरूकता को प्रदर्शित करेगी. जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत बनने वाली इस मानव श्रंखला के 16,351 किलोमीटर लंबी होने की उम्मीद है.
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शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आर. के. महाजन ने बताया कि करीब 16,351 किमी लंबाई की मानव श्रृंखला बनेगी, जिसमें 5,052 किमी मुख्य मार्ग की लंबाई होगी और 11,299 किमी उपमार्ग की लंबाई होगी. दो हजार लोग प्रति किलोमीटर की दर से 4 करोड़ 27 लाख की संख्या होगी. राज्यव्यापी मानव श्रृंखला के लिए पटना में गांधी मैदान में मानव श्रंखला के प्रस्थान बिन्दु होगी. गांधी मैदान से चारों दिशाओं में मानव श्रृंखला का प्रस्थान होगा, जो एक दूसरे से जुड़ते हुए राज्य के सभी जिले आपस में श्रृंखलाबद्ध होंगे. गांधी मैदान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित कई मंत्री एक दूसरे के हाथ से हाथ थामे खड़ा रहेंगे.
रविवार का दिन होने के बावजूद स्कूल और सभी सरकारी कार्यालय खुले रहेंगे. कक्षा एक से चार के बच्चे स्कूल की चारदीवारी में ही मानव श्रंखला बनाएंगे. सड़कों के बाई ओर खड़ा होने के लिए ही स्थान को चिन्हित किया जा रहा है. प्रति किलोमीटर पर पेयजल की व्यवस्था होगी. मानव श्रृंखला में अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी हो, इसके लिये माइक्रो प्लानिंग की गई है. मानव श्रंखला के मुख्य मार्ग और उपमार्ग की जानकारी का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है. मानव श्रंखला के दौरान राज्यभर में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध करने के निर्देश दिए गए हैं.
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इस राज्यव्यापी मानव श्रृंखला की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी भी होगी, जिसकी रिकॉर्डिंग आसमान की जाएगी. नीतीश कुमार के निर्देश पर इसके लिए हेलीकाप्टरों का प्रबंध किया गया है. एक अखबार के मुताबिक, फोटोग्राफी-वीडियोग्राफी कराने का काम सूचना एवं जनस्मपर्क विभाग को सौंपा गया है. इसके लिए राज्य सरकार 12 हेलीकाप्टर किराए पर लेगी, जबकि अन्य 3 हेलीकाप्टर राज्य में कार्यरत तीन फ्लाइंग क्लब के होंगे. कुल मिलाकर सभी 15 हेलीकाप्टरों से इस श्रृंखला की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी होगी. अनुभवी फोटोग्राफर और वीडियोग्राफर को इसलिए चुना जाएगा. हेलीकाप्टरों का अलग-अलग रूट चार्ट भी तैयारी किया जा रहा है, ताकि राज्य के हर इलाकों में मानव श्रृंखला की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी हो सके.
मानव श्रृंखला के लिए 15 हेलिकॉप्टर लगाने के निर्णय पर विपक्ष हमलावर हो गया है. लालू यादव ने जल-जीवन-हरियाली योजना को 'जल-छीजन-घड़ियाली' बताते हुए नीतीश को आत्ममुग्ध बताया. राजद प्रमुख ने ट्वीट कर कहा कि गरीबों का 24500 करोड़ रुपये 'छल छीजन घड़ियाली' के नाम पर लूटा और अब करोड़ों मानव श्रृंखला के नाम. उन्होंने कहा कि आम नागरिक के धन की बर्बादी और नौटंकी की यह पराकाष्ठा है. लालू पूछा कि बाढ़ राहत में कभी 'पलटूराम' ने 18 हेलिकॉप्टर नहीं लगाए जो अब मानव श्रृंखला का फोटू खिंचवाने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर 15 हेलिकाप्टर मंगवाए हैं.
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नीतीश को एक असंवेदनहीन आत्ममुग्ध तानाशाह बताते हुए लालू ने आगे लिखा, 'नीतीश एक असंवेदनहीन आत्ममुग्ध तानाशाह हैं' जनता की तकलीफों का उन्हें कण भर भी अहसास नहीं' राज्य के स्कूल, कॉलेज, अस्पताल बदहाली का रोना रो रहे हैं' करोड़ों युवा बेरोजगार बैठे हैं, लेकिन ये सरकारी खर्चे पर राजनीतिक यात्रा कर खजाने का करोड़ों लूट रहे हैं और करोड़ों बर्बाद कर रहे हैं.' वहीं तेजस्वी यादव ने कहा, 'याद कीजिए बिहार में आई बाढ़ और भ्रष्टाचार जनित पटना के जल जमाव को. लोग त्राहिमाम कर रहे थे. राहत के लिए एक हैलिकॉप्टर तक नीतीश सरकार के पास नहीं था, लेकिन करोड़ों रुपये वाली सरकारी फेयर एंड लवली से चेहरा चमकाने वास्ते 15 हैलिकॉप्टर और मुंबई से फोटोग्राफर बुलाए जा रहे हैं.
Source : News Nation Bureau