बिहार में चमकी बुखार का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला झाझा प्रखंड के नरगंजो स्थित भदौरिया गांव का है. जहां इस गंभीर बीमारी की चपेट में आने से एक 17 वर्षीय नाबालिग युवक गंभीर रुप से बीमार हो गया है. बताया जा रहा है कि प्रखंड के भदौरिया गांव निवासी रतू टुडू का 17 वर्षीय नाबालिग पुत्र मुकेश टुडू बुधवार की सुबह अपने घर से झाझा बाजार स्थित एक निजी कोचिंग सेंटर में पढ़ने के लिए जा रहा था तभी अचानक युवक जैसी ही वह सेंटर के पास पुहंचा वह बीमार हो गया जिसके कारण युवक सड़क पर ही गिरकर छटपटाने लगा. जिसके बाद कोचिंग सेंटर संचालक ने इलाज के लिए उसे झाझा रेफरल अस्पताल भर्ती करवा दिया.
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जहां डॉक्टरों ने उसे चमकी बुखार से पीड़ित बताया. इसके बाद युवक के बेहतर इलाज के लिए उसे सदर अस्पताल लाया गया. जहां इलाज कर रहे डॉक्टर धीरेंद्र सिंह ने बताया कि युवक को चमकी बुखार की शिकायत पर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया गया है. जिसका इलाज किया जा रहा है.
चमकी बुखार के लक्षण अमूमन छोटे बच्चों में अधिक पाए गए
डॉक्टर धीरेंद्र सिंह सदर अस्पताल जमुई के अनुसार चमकी बुखार का प्रकोप अमूमन छोटे बच्चे में अधिक होता है. पर 24 जून को सदर अस्पताल में कुल 21 मरीजो में चमकी बुखार का लक्षण पाया गया. जिसमें 6 माह से लेकर 80 साल के बुजुर्ग भी शामिल है. डॉक्टर धीरेंद्र सिंह के अनुसार सभी का इलाज समय पर किए जाने से सभी मरीजो को आराम मिला और अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. डॉक्टर का कहना है कि यह बीमारी जब अधिक गर्मी होती उसी समय ज्यादा देखी गई है.
Source : Gautam