दो हजार के नोट अब नहीं छपेंगे. आरबीआई द्वारा एक बयान में कहा गया है कि अब दो हजार के नए नोट नहीं छापे जाएंगे. हालांकि, अभी जो नोट 2000 के मार्केट में हैं वह पूरी तरह चलन में रहेंगे. 30 सितंबर 2023 तक लोग 2000 के नोट बैंक में जमा करा सकते हैं उसके बाद भी यदि कोई नहीं जमा करा पाता है तो उसका 2000 का नोट वैध नहीं माना जाएगा. वैसे तो दो हजार के नोट बंद करने के पीछे क्लीन नोट पॉलिसी की बात आरबीआई द्वारा कही जा रही है लेकिन एक रिपोर्ट के मुताबिक, मार्किट में 2000 को नोट की डिमांड बहुत कम है. वहीं, बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम व राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा है कि ये काले धन पर दूसरी सर्जिकल स्ट्राइक है.
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क्या कहा सुशील मोदी ने
पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि यह नोटबंदी नहीं बल्कि नोटबदली है. यह काले धन पर दूसरा सर्जिकल स्ट्राइक है. 2000 के नोट की छपाई 2018 से ही बंद थी तथा बाजार में कहीं प्रचलन में नहीं था. हां, इसका इस्तेमाल टेरर फंडिंग तथा काला धन के रूप में अवश्य हो रहा था. यदि अमेरिका सहित दुनिया की तमाम बड़ी अर्थव्यवस्था में 100 डालर से बड़ी मुद्रा नहीं है तो फिर भारत में इसकी क्या आवश्यकता है. इस निर्णय से सामान्य आदमी को कोई परेशानी नहीं होगी तथा देश की अर्थव्यवस्था और मजबूत होगी. उन्होंने आगे कहा कि यह नोटबंदी नहीं नोटबदली है .यह कालेधन पर दूसरा सर्जिकल स्ट्राइक है. 2 हज़ार के नोट की छपाई 2018 से बंद है. बाज़ार से वर्षों से ग़ायब था. यदि अमेरिका में 100 डॉलर सबसे बड़ी मुद्रा है तो फिर भारत में 2 हज़ार नोट क्यों ?
तेजस्वी यादव पर बोला हमला
एक बार फिर से तेजस्वी यादव पर सुशील मोदी ने हमला बोला है. सुशील कुमार मोदी ने कहा कि तेजस्वी यादव केवल यह बता दें कि वे दिल्ली की न्यू फेंड्स कालोनी स्थित 150 करोड़ रुपये के दोमंजिला मकान के मालिक कैसे बन गए? उन्होंने कहा कि कहा कि नौकरी के बदले जमीन लिखवाने के मामले में राबड़ी देवी से पूछताछ और लालू परिवार के ठिकानों पर जांच एजेंसियों के छापे से कर्नाटक चुनाव का कोई संबंध नहीं है.
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सुशील मोदी ने आगे कहा कि उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर तेजस्वी यादव राजनीतिक जवाब देने के बजाय बतायें कि रेलवे में ग्रुप-डी की नौकरी पाने वाले हृदयानंद चौधरी ने पटना शहर में अपनी 70लाख रुपये की कीमती जमीन लालू प्रसाद की पांचवी बेटी हेमा यादव को दान में क्यों दे दी? उन्होंने कहा कि कहा कि ललन सिंह और स्वर्गीय शरद यादव ने "नौकरी के बदले जमीन" मामले की जाँच के लिए ईडी और सीबीआइ को ठोस सबूत उपलब्ध कराया थे. उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने लालू परिवार के भ्रष्टाचार के ठोस सबूत सीबीआई और ईडी को उपलब्ध कराये, वे ही आज उनके सहयोग से राज कर रहे हैं.
HIGHLIGHTS
- 2000 के नए नोट नहीं छापेगा RBI
- सुशील मोदी ने इसे बताया 'सर्जिकल स्ट्राइक'
- कहा-ये कालेधन पर दूसरी सर्जिकल स्ट्राइक है
Source : News State Bihar Jharkhand