बिहार के 3 दोस्तों ने मिलकर 'लोकल को ग्लोबल' करने का उठाया बीड़ा

आप अगर बिहार के बाहर अन्य शहरों में रह रहे हों और वहां आप बिहार की मालदह या जदार्लु आम या चर्चित भागलपुरी चादर, मधुबनी प्रिन्ट की साड़ी, मिथिला का अचार, बिहारी गर्व वाले टी शर्ट, सिलाव का खाजा आदि को मिस कर रहे हैं तो अब यह चिंता दूर होगी.

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Deepak Pandey
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बिहार के 3 दोस्तों ने मिलकर 'लोकल को ग्लोबल' करने का उठाया बीड़ा( Photo Credit : IANS)

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आप अगर बिहार के बाहर अन्य शहरों में रह रहे हों और वहां आप बिहार की मालदह या जदार्लु आम या चर्चित भागलपुरी चादर, मधुबनी प्रिन्ट की साड़ी, मिथिला का अचार, बिहारी गर्व वाले टी शर्ट, सिलाव का खाजा आदि को मिस कर रहे हैं तो अब यह चिंता दूर होगी. बिहार के तीन दोस्तों ने बिहार के किसी भी उत्पाद या चर्चित कलाकृतियों को देश के किसी कोने में पहुंचाने का बीड़ा उठाया है.

महानगरों में रहने वाले बिहार के लोग अपने गांव की मिट्टी में उपजे बिहार की चर्चित मालदह और जदार्लु आम का स्वाद चखने के लिए तरस जाते हैं, लेकिन अब यह आम आपके घरों तक पहुंचेगा. बिहार के तीन अलग-अलग शहरों में रहने वाले तीन मित्र अब बिहार के उत्पादों को देश के किसी भी कोने में पहुंचा रहे हैं. इन युवाओं में पटना के आलोक कुमार, मुजफ्फरपुर के राहुल और समस्तीपुर के प्रख्यात शामिल हैं. इसमें आलोक और राहुल बीटेक हैं, जबकि प्रख्यात एम कॉम की पढाई पूरी कर ली है.

राजस्थान से कंप्यूटर साइंस में बीटेक आलोक कुमार ने आईएएनएस को बताया कि करीब एक वर्ष पूर्व उन्होंने अपने दोस्तों के साथ मिलकर इस पर विचार किया कि नेटिव प्रोडक्टस यानि बिहार में उत्पादित वस्तुएं जिन्हें देश के विभिन्न हिस्सों में बसे बिहारी लोग बहुत अधिक मिस करते हैं, ऐसे में उन तक इन वस्तुओं को पहुंचाने का कार्य किया जाए.

उन्होंने कहा कि पढ़ाई पूरी करने के बाद आसानी से नौकरी मिल सकती थी, लेकिन हम सभी मित्रों की इच्छा बिहार में रहकर बिहार के लिए कुछ करने की बनी और बिहार के उत्पादों और कलाकृतियों को अन्य शहरों तक पहुंचाने का कार्य प्रारंभ कर दिया. उन्होंने इसके मकसद के संदर्भ में कहा कि बिहारी फूड, आर्ट्स, फैशन आदि की बड़े पैमाने पर मार्केटिंग कर इसे देश के प्रमुख उत्पादों के मुकाबले खड़ा करना चाहते हैं.

वे कहते हैं कि यहां के उत्पाद मखाना हो या मधुबनी पेंटिंग वाली साड़ी हो, मधुबनी पेंटिंग, लीची हो या जर्दालु और मालदह आम किसी को भी आकर्षित कर सकता है, लेकिन इनकी सही तरीके से मार्केटिंग नहीं हो पाई है. उन्होंने कहा कि इस मकसद से उन्होंने एक वेबसाइट नेटिवक्लैप डॉट कॉम बनाया है, जिसका टैग लाइन भी 'अब लोकल बनेगा ग्लोबल' दिया गया है.

आलोक के मुताबिक, यह काम एक साल पहले प्रारंभ किया गया है. करीब 6 माह में ही उनके वेबसाइट से चार हजार से अधिक लोग जुड़ गए हैं. मुजफ्फरपुर के राहुल बताते हैं कि एक ऐसा स्टार्ट अप है जो न केवल बिहार के उत्पाद को पूरे देश में बेच रहा बल्कि बिहार के स्थानीय उत्पाद व उपभोक्ता को सही बाजार भी उपलब्ध करा रहा है. उनके मुताबिक इससे बिहार के आम किसानों की भी आमदनी बढ़ेगी. बिहार का मालदह आम किसी भी तरह से अलफांसों आम से कमतर नहीं हैं, पर सही मार्केटिंग और ब्रांडिंग नहीं होने से मालदह, अलफांसों से पिछड़ जाता है.

उन्होंने कहा कि मालदह आम की आपूर्ति पहली जून से शुरू हो जाएगी. इसके लिए बुकिंग शुरू हो गई है. फिलहाल भागलपुर और समस्तीपुर जिले के प्रसिद्ध मालदह और जर्दालु आम की अपूर्ति की जाएगी. आलोक ने बताया कि उनके स्टार्ट अप के साथ जाने माने बॉलीवुड अभिनेता क्रांति प्रकाश झा बतौर ब्रांड एम्बेसडर और रणनीतिकार जुड़े हैं.

Source : IANS

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