अंध विश्वास की जाल में लोग फस जातें हैं. कई ऐसे पढ़े लिखे लोग भी होतें हैं जो इनकी बातों में आ जातें हैं. तांत्रिक और कला जादू के चक्कर में लोग अक्सर गलत कदम उठा लेते हैं. किसी की जान भी लेने से पहले नई सोचते हैं. कहते है तांत्रिक विद्या के लिए नरमुंड के साथ पूजा साधना की जाती है. वैशाली थाना क्षेत्र में 5 नरमुंड मिलने से पुरे इलाके में सनसनी फ़ैल गई है. कई तरह की बातें हो रहीं है कुछ लोगों का मानना है कि तांत्रिक विद्या के लिए इनका इस्तेमाल किया गया है क्यों कि पांचो नरमुंड लाल कपड़े में लपेटा हुआ है.
चरवाहों ने नरमुंड को सबसे पहले देखा
बताया जा रहा है कि बकरी को चारा खिलाने के लिए आए चरवाहों ने नरमुंड को सबसे पहले देखा था. एक साथ 5 नरमुंड देख कर चरवाहे भयभीत होकर उल्टे पांव गांव वापस लौट गए जहां उन लोगों ने ग्रामीणों को नरमुंड होने की बात बताई. जिसके बाद बात जंगल के आग की तरफ ये बात फैल गई. घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच में जुट गई है.
लाल कपड़े में लपेटे हुए थे नरमुंड
बता दें कि, नरमुंडों को किसी लाल कपड़े में लपेट कर खेत के बगल में उपजे झाड़ियों में छिपा कार रक्खा गया था. माना जा रहा है कि इसके पहले इनके साथ तांत्रिक क्रियाओं का प्रयोग किया गया होगा. लगभग 15 दिनों पहले से ये नरमुंड वहां पड़े हुए थे. लेकिन हैरानी की बात है कि 15 दिन बाद पुलिस की नींद खुली है. इस मामले में पुलिस का कहना है कि उन्हें आज ही इस बात की जानकारी मिली थी. वैशाली थानाध्यक्ष ने दावा किया है कि सभी नरमुंड तांत्रिक पूजा के लिए किसी असामाजिक तत्वों ने रखा था. नरमुंड तंत्र पूजा के लिए किया गया है जो कि प्लास्टिक और कद्दू का बना हुआ है.
अगर नरमुंड कद्दू का होता तो टूट कर विखर जाता
वहीं, सोचने वाली बात है कि बगैर जांच के ही फोन पर थाना अध्यक्ष दावा कर रहे हैं कि नरमुंड कद्दू का बना हुआ है. जब नरमुंड कद्दू के बने हुए हैं तो जांच की जरूरत क्या है. लेकिन तस्वीरों में साफ़ तौर पर देखा जा सकता है कि कथित नरमुंड पर लाठी से वार किया जा रहा है मगर वो टूट नहीं रहा है. अगर नरमुंड कद्दू का बना होता तो तुरंत ही टूट कर विखर जाता.
Source : News Nation Bureau