बिहार में सोमवार की तुलना में मंगलवार को कोरोना संक्रमितों की संख्या में मामूली वृद्धि हुई है. राज्य में मंगलवार को 6,286 नए कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई है, जबकि पिछले 24 घंटे में 111 संक्रमितों की मौत हो गई है. सोमवार को राज्य में 5,920 कोरोना संक्रमित सामने आए थे, जबकि 96 संक्रमितों की मौत हुई थी. स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, राज्य में मंगलवार को 6,286 नए संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई है, जिसमें पटना में सर्वाधिक 924 नए कोरोना संक्रमित मिले. पटना सहित 11 जिलों में 200 से अधिक नए संक्रमित मिले. अररिया में 218, बेगूसराय में 273, पूर्वी चंपारण में 266, सुपौल में 265, गोपालगंज में 424, मुजफ्फरपुर में 211, नालंदा में 232, पूर्णिया में 360, समस्तीपुर में 217 और पश्चिमी चंपारण में 206 नए संक्रमित मिले हैं.
पिछले 24 घंटे में राज्य में 1 लाख 35 हजार 130 नमूनों की कोरोना जांच की गई. बिहार राज्य स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य में फिलहाल सक्रिय मरीजों की संख्या 64,698 पहुंच गई है. विभाग द्वारा मंगलवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटे के दौरान 111 कोरोना संक्रमितों की मौत हो गई है. राज्य में अब तक कुल 4,039 कोरोना संक्रमितों की मौत हो चुकी है. पिछले 24 घंटे के दौरान 11,174 संक्रमित कोरोना को मात देकर संक्रमणमुक्त हो गए हैं. राज्य में रिकवरी रेट 89.65 प्रतिशत दर्ज किया गया.
बिहार: कोरोना को मात देने के लिए ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की सेवा लेगी सरकार
कोरोना संक्रमण को बिहार के गांवों में फैलने से रोकने के लिए बिहार सरकार अब ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की सेवा लेगी. इन प्रशिक्षित ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को कोरोना मरीजों की पहचान और होम आइसोलेशन में इलाजरत रोगियों के सहयोग के काम में लगाया जाएगा. बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने मंगलवार को कहा कि राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में संभावित कोरोना मरीजों की पहचान एवं होम आइसोलेशन रोगियों के सहयोग के लिए प्रशिक्षित ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की सेवा लेने का निर्णय सरकार द्वारा लिया गया है. ये सूचक सह ट्रीटमेंट सपोर्टर कहलायेंगे.
उन्होंने कहा कि इन स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को प्रति मरीज 200 रुपये भुगतान किया जाएगा. उल्लेखनीय है कि इन स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को पहले ही प्रशिक्षण दिया जा चुका है. ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना के संभावित खतरे को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इनसे सहयोग लेने का निर्देश दिया था.
विभाग का कहना है कि इन स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना मरीजों की ट्रैकिंग, ट्रेसिंग और जांच में स्वास्थ्य विभाग को सहायता मिलने के साथ-साथ पॉजिटिव मरीजों को भी तत्काल स्वास्थ्य सुविधाओं का पूरा लाभ मिल सकेगा.
Source : News Nation Bureau