भगवान बुद्ध की पावन ज्ञानभूमि बोधगया स्थित इंटरनेशनल मेडिटेशन सेंटर के प्रांगण में पर्वत पुरुष दशरथ मांझी की 15वीं पुण्यतिथि के मौके पर दशरथ मांझी कल्याण समिति के तत्वाधान में निशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें पटना के मेदांता हॉस्पिटल के प्रसिद्ध चिकित्सकों द्वारा लोगों की निशुल्क जांच की गई. इस दौरान पर्वत पुरुष दशरथ मांझी की याद में एक श्रंद्धाजलि सभा का भी आयोजन किया गया. इसमें बड़ी संख्या में ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं और पुरुष शामिल हुए. कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत दीप प्रज्वलित कर की गई.
कार्यक्रम में शामिल स्थानीय निवासी डॉ. राम किशोर पासवान ने कहा कि पर्वत पुरुष दशरथ मांझी की पुण्यतिथि के मौके पर निशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया है, जिसमें पटना के मेदांता हॉस्पिटल से आए वरिष्ठ चिकित्सकों के द्वारा निशुल्क जांच की जा रही है. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में बोधगया के स्थानीय लोग व ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं व पुरुष शामिल हुए हैं. ऐसा पहली बार हो रहा है कि दशरथ मांझी की याद में बोधगया में इस तरह का भव्य कार्यक्रम किया जा रहा है.
जल्द ही बोधगया में दशरथ मांझी की आदमकद प्रतिमा लगाई जाएगी. दशरथ मांझी लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं, जिन्होंने छेनी और हथौड़ी से पहाड़ को काटकर सुगम रास्ता बनाया था. आज उन्हें याद क श्रद्धा सुमन अर्पित कर रहे हैं. वहीं समाजसेवी इंजीनियर नंदिता पासवान ने कहा कि पर्वत पुरुष दशरथ मांझी की 15वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया है, जिसमें लोगों ने श्रद्धासुमन व्यक्त किया है.
कार्यक्रम के माध्यम से हम लोगों को कहना चाहेंगे कि हर घर के लोग शिक्षा ग्रहण करें. खासकर महिलाओं को शिक्षित होना जरूरी है क्योंकि जब घर की महिलाएं शिक्षित होंगी तो बच्चे भी शिक्षित होंगे और जब बच्चे शिक्षित होंगे तो देश का विकास होगा. स्वयं बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने भी कहा था कि महिलाओं को शिक्षित होना जरूरी है, तभी देश आगे बढ़ेगा. आज के कार्यक्रम के माध्यम से हम समाज के लोगों से आह्वान करते हैं कि हर हाल में अपने बच्चों को शिक्षा दें और स्वयं भी शिक्षित हो, तभी समाज का विकास हो सकता है.
Source : News Nation Bureau