गांधी मैदान में पीएम नरेंद्र मोदी की हुंकार रैली तो आपको याद ही होगी. जब उनकी रैली के दौरान बम ब्लास्ट किया गया था. जिसमें 6 लोगों की मौत हो गई थी और 82 लोग घायल हुए थे. इस मामले में अब बड़ी खबर सामने आ रही है. घटना के आरोपी मेहरे आलम को NIA ने दरभंगा जिले से शनिवार की रात को ही गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तारी के बाद स्पेशल टास्क फोर्स उसे अपने साथ मुजफ्फरपुर ले गई. 2013 से ही आरोपी फरार चल रहा था. जिसे अब लगभग 10 साल बाद गिरफ्तार कर लिया गया है.
पुलिस को चकमा देकर हो गया था फरार
बता दें कि, 27 अक्टूबर 2013 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पटना आये थे और महारैली का आगाज किया था, लेकिन रैली में अचानक बम ब्लास्ट हो गया था. जहां सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद थे. वहीं, पटना जंक्शन पर भी बम ब्लास्ट हुआ था. जिसमें कई लोग घायल हो गए थे. इस मामले में जांच के बाद NIA ने मेहरे आलम को मुख्य आरोपी बनाया था. जिसके बाद उसे गिरफ्तार भी किया गया था, लेकिन वो पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था.
मोनू का करीबी था मेहर आलम
मिली जानकारी के अनुसार मेहर आलम गांधी मैदान में हुए बम ब्लास्ट के आरोपी मोनू का करीबी था. जो की समस्तीपुर का रहने वाला था. मानु को लेकर बताया जा रहा है कि वो दरभंगा में रहकर पोलोटेक्निक की पढ़ाई कर रहा था और इसी दौरान उसकी मुलाकत मेहरे आलम से हो गई. जिसके बाद दोनों बेहद ही करीब आ गए थे.
HIGHLIGHTS
- आरोपी मेहरे आलम को NIA ने दरभंगा से किया गिरफ्तार
- गिरफ्तारी के बाद NIA आरोपी को अपने साथ ले गई मुजफ्फरपुर
- पुलिस को चकमा देकर हो गया था फरार आरोपी
Source : News State Bihar Jharkhand