देश भर में कल दिवाली का त्योहार मनाया गया. लोगों ने अपने अपने तरीके से इस त्योहार को मनाया, लेकिन अब हवा इतनी ज्यादा प्रदूषित हो चुकी है कि लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है. एक तरफ जहां बिहार सरकार ने इस बार पठाखे पर रोक लगा दी थी, लेकिन दूसरी ही तरफ लोग जमकर आतिशबाजी करते हुए पाए गए. जिस कारण हवा इतनी ज्यादा जहरीली हो गई कि लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है. अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ते जा रही है. एक रात में ही मरीजों की संख्या काफी ज्यादा बढ़ गई है. लगातार अस्पताल में मरीजों को भर्ती कराया जा रहा है.
सांस के मरीजों की संख्या बढ़ी
गोपालगंज में दीपावली की रात आतिशबाजी ने सांस के मरीजों की परेशानी बढ़ा दी है. एक्यूआई यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ने से हवा जहरीली हो गई है. वहीं, एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ने से सदर अस्पताल में सांस के मरीजों की संख्या बढ़ गई है. डॉक्टरों के मुताबिक पूरी रात में 20 से ज्यादा सांस के मरीजों को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जिसकी वजह वायु प्रदूषण बताया गया है. डॉक्टरों ने लोगों से अपील की है कि पराली, कूड़ा कचरा और आतिशबाजी ना जलाएं, नहीं तो वायु प्रदूषण का स्तर और खराब हो सकता है. जिससे लोगों की तकलीफ और ज्यादा बढ़ जाएगी.
बिहार की राजधानी पटना की हवा प्रदूषित हो गई है. AQI 405 के पार पहुंच गया है. जिसे देखते हुए पटना के तमाम इलाकों में वॉटर स्प्रिंकलर कराया जा रहा है, ताकि एयर क्वालिटी इंडेक्स में सुधार हो जाए. पटना के कई जगहों पर इसी तरह से वॉटर स्प्रिंक्लर स्प्रे कराया जा रहा था कि प्रदूषित हवा ठीक हो सके. वहीं, राजधानी पटना में अब कई लोग फिर से मास्क पहन कर सड़कों पर घूम रहे हैं ताकि जहरीली हवा उन तक ना पहुंच सके. बीते दिन दिवाली को लेकर राजधानी पटना में आतिशबाजी और पटाखे जलाए गए. इस वजह से हवा प्रदूषित हो गई है.
HIGHLIGHTS
बिहार सरकार ने पठाखे पर लगा दी थी रोक
लोग जमकर आतिशबाजी करते हुए पाए गए
अस्पताल में सांस के मरीजों की संख्या बढ़ गई
20 से ज्यादा मरीजों को अस्पताल में कराया गया भर्ती