भोजपुरी इंडस्ट्री की जानीमानी अभिनेत्री आकांक्षा दुबे ने खुदकुशी कर ली है. उनका शव वाराणसी के सारनाथ थाना क्षेत्र के सोमेंद्र होटल में मिला. आकांक्षा दुबे की खुदकुशी से कुछ ही समय पहले ही उनका आखिरी गाना 'ये आरा कभी हारा नहीं' भी रिलीज हुआ था और गाने को लोगों का बहुत प्यार मिल रहा है. गाने में पवन सिंह और आकांक्षा बेहतरीन परफॉर्म करते दिख रहे हैं. गाने के बोल जावेद अख्तर और इमामुद्दीन ने दिए हैं जबकि म्यूजिक प्रियांशु सिंह ने दिया है.
आकांक्षा दुबे ने खुदकुशी करके पूरी इंडस्ट्री को चौका दिया है. वहीं, आकांक्षा अपनी जिंदगी से आज नहीं 2018 से ही लगभग ऊब चुकी थी हालांकि, काफी मशक्कत के बाद उनका परिवार उन्हें डिप्रेशन से बाहर निकालने में कामयाब हुआ था और आकांक्षा ने भोजपुरी फिल्मों में फिर से कमबैक किया था.
आईपीएस अफसर बनाना चाहता था परिवार
आकांक्षा का परिवार उन्हें आईपीएस अफसर बनाना चाहता था लेकिन आकांक्षा का झुकाव अभिनय व सिंगिंग की तरफ होने की वजह से परिवार ने उनपर कोई विशेष दवाब नहीं था. परिवार ने भी आकांक्षा का साथ दिया.
आखिरी पोस्ट
आकांक्षा दुबे ने चार दिन पहले अपने इंस्टाग्राम पर आखिरी पोस्ट साझा किया था. जिसमें वह कहती हुई सुनी जा रही है कि 'बुरी कल भी नहीं थी और अच्छी आज भी नहीं हूं.'
सुसाइड का कनेक्शन क्या?
आकांक्षा दुबे एक जिंदादिली इंसान थीं इसमें कोई दो राय नहीं है लेकिन उनके आखिरी पोस्ट ने एक बार लोगों को सोचने का मौका जरूर दे दिया है. खासकर उनके शब्द 'बुरी कल भी नहीं थी और अच्छी आज भी नहीं हूं.' ऐसे में सवाल ये उठता है कि आकांक्षा दुबे ने ये शब्द किसके लिए कहे थे?
पुलिस कर रही है मामले की जांच
बहरहाल, पुलिस अब मामले की जांच में जुट गई है. पुलिस आकांक्षा की कॉल डिटेल्स, होटल में लगी सीसीटीवी फुटेज और अन्य चीजें खंगाल रही है. पुलिस ये भी जानने का प्रयास कर रही है कि क्या आकांक्षा को किसी ने आत्महत्या करने के लिए उकसाया है? बहरहाल, पुलिस अभी जांच का हवाला देकर कुछ विशेष जानकारी देने से इन्कार कर रही है.