बिहार की राजनीति में पिछले कुछ दिनों से जो चल रहा है, वो सब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सियासी सेहत के लिए बिल्कुल भी सही नहीं कहा जा सकता. दरअसल बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने सदन में पहले महिलाओं को लेकर अमर्यादित टिप्पणी की. जिसके बाद सिर्फ देश में ही नहीं विदेशों में भी बिहार के सीएम का आलोचना होना लगा. हालांकि सीएम नीतीश कुमार ने अपने बयान को लेकर माफी तो मांगी लेकिन सियासी पारा चढ़ता गया. वहीं विवादित बयान को लेकर सीएम नीतीश की आलोचना हो ही रही थी कि फिर नीतीश कुमार ने सदन में चर्चा के दौरान पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के साथ तू- तड़ाक की. नीतीश कुमार के बयान के बाद पक्ष-विपक्ष आपस में भिड़ गये. सत्ता पक्ष ने नीतीश के बयान का समर्थन किया तो वहीं, विपक्ष ने नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला.
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अखिलेश सिंह ने सीएम के बयान को बताया मर्यादा से बाहर
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जीतन राम मांझी को लेकर दिए बयान को लेकर वार-पलटवार का दौर लगातार जारी है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने नीतीश कुमार को कहा कि आपने जीतन राम मांझी को लेकर जो बोला वह सही है, लेकिन जिस लहजे में आपने जीतन राम मांझी को बोला वह ठीक नहीं था. सीएम नीतीश कुमार ने अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया जो मर्यादा के अनुरूप नहीं है. नीतीश कुमार को तू- तड़ाक नहीं करना चाहिए था, राजनीती में मर्यादा जरूर बनाये रखना चाहिए. बता दें आपको सीएम नीतीश कुमार के विवादित बयान ने बिहार में सियासी भूचाल ला दिया है.
सुशील मोदी ने नीतीश को बताया मानसिक रूप से बीमार
सीएम नीतीश कुमार के बयान पर बीजेपी के नेता सुशील कुमार मोदी ने भी नीतीश कुमार को मानसिक रूप से बिमार बताया है. सुशील कुमार मोदी ने कबा कि मुझे लगता है कि नीतीश कुमार किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं, सुशील कुमार मोदी ने कहा कि मैं नीतीश कुमार को पिछले 40 साल से जानता हूं. इससे पहले मैंने उन्हें कभी इतना क्रोधित होते नहीं देखा है. नीतीश कुमा ने जो बयान दिया है वह उनके स्वभाव से मैच नहीं होता है. इतना ही नहीं सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार के बयान के बाद ऐसा लग बता रहा है कि सीएम बीमार हैं. सीएम नीतीश कुमार को अब आराम करना चाहिए.
सीएम की बुद्धि शुद्धि के लिए कार्यकर्ताओं ने किया हवन
शीतकालीन सत्र के दौरान जातिगत सर्वे और आरक्षण का दायरा बढ़ाने पर बिहार विधानसभा में बहस चल रही थी. सदन में बहस के दौरान सीएम नीतीश कुमार और पूर्व सीएम जीतनराम मांझी के बीच तीखी बहस देखने को मिली. सीएम नीतीश ने जीतनराम मांझी के साथ तू- तड़ाक की इस दौरान सदन में बैठे लोग हैरान रह गए. इतना ही नहीं सीएम नीतीश कुमार ने इतना तक कह दिया कि जीतनराम मांझी नीतीश कुमार के बेवकूफी की वजह से सीएम बने. मुख्यमंत्री के इस बयान को लेकर बीजेपी और दलित नेताओं ने मोर्चा खोल दिया तो दूसरी तरफ 'हम' पार्टी के कार्यकर्ताओं ने नीतीश कुमार की शुद्धि-बुद्धि के लिए हवन करवाया. कार्यकर्ताओं का कहना था कि नीतीश कुमार ने दलितों को अपमान किया है. सीएम नीतीश कुमार सार्वनिक माफी मांगे.
HIGHLIGHTS
- अखिलेश सिंह ने सीएम के बयान को बताया मर्यादा से बाहर
- सुशील मोदी ने नीतीश को बताया मानसिक रूप से बीमार
- सीएम की बुद्धि शुद्धि के लिए कार्यकर्ताओं ने किया हवन
Source : News State Bihar Jharkhand