Dengue in Bihar: बिहार में डेंगू का प्रकोप तेजी से फैल रहा है, जिससे राजधानी पटना सबसे अधिक प्रभावित है. पटना जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. पिछले 24 घंटों में पटना में 13 नए डेंगू के मरीज मिले हैं, जिसमें एक नगर-निगम का कर्मचारी भी शामिल है. वह पाटलिपुत्र अंचल के आनंदपुरी का निवासी है. अन्य 12 मरीजों में से सबसे अधिक कंकड़बाग में छह, बांकीपुर में चार, अजीमाबाद में एक और फुलवारीशरीफ का एक मरीज शामिल है. इसके साथ ही पटना में डेंगू मरीजों की कुल संख्या 83 पहुंच गई है.
स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां और सावधानियां
आपको बता दें कि सिविल सर्जन डॉ. मिथलेश्वर कुमार ने बताया कि डेंगू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सभी पीएचसी और अनुमंडलीय अस्पताल के प्रभारियों को अलर्ट पर रखा गया है. राहत की बात यह है कि किसी भी मरीज को डेंगू वार्ड में भर्ती नहीं करना पड़ा है. सभी मरीज खतरे से बाहर हैं और घर पर ही इलाज करा रहे हैं.
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निजी अस्पतालों में डेंगू मरीजों की जांच
वहीं मुजफ्फरपुर जिले में डेंगू मरीजों की संख्या 18 तक पहुंचने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने निजी अस्पतालों में मिलने वाले डेंगू मरीजों की जांच करने का निर्णय लिया है. इसके लिए निजी अस्पतालों से डेंगू के मरीजों का ब्योरा मांगा गया है. जिला वेक्टरजनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. सतीश कुमार ने बताया कि बुखार वाले मरीजों की डेंगू की जांच कराई जा रही है और ब्लड सैंपल लेकर लैबोरेटरी में एलाइजा की जांच के लिए भेजा जाएगा. एसकेएमसीएच में डेंगू जांच के दौरान 18 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है, जबकि एक मरीज में डेंगू और चिकनगुनिया दोनों पाए गए हैं.
फागिंग और लार्वा मारने वाली दवा का छिड़काव
बता दें कि जिला वेक्टरजनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी ने कहा कि लैब से आयी रिपोर्ट में डेंगू के मरीज मिले हैं और एसकेएमसीएच में इलाज के लिए भर्ती मरीजों का ख्याल रखा जा रहा है. निजी अस्पतालों में जो डेंगू मरीज की पुष्टि हो रही है, उनका ब्लड सैंपल लेकर लैबोरेटरी में एलाइजा की जांच के लिए भेजा जा रहा है. मरीज मिलने के साथ ही सभी पीएचसी को अलर्ट कर दिया गया है, जहां मरीज का घर है, उसके आसपास के एक सौ घरों के इर्द-गिर्द फागिंग कराई जा रही है. इसके साथ ही जलजमाव वाले क्षेत्रों में लार्वा मारने वाली दवा का छिड़काव किया जा रहा है.
इसके अलावा आपको बता दें कि स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए कई उपाय किए हैं. निजी अस्पतालों में इलाजरत मरीजों की पुष्टि के लिए एलाइजा जांच अनिवार्य कर दी गई है. साथ ही सभी अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रखा गया है और मरीजों की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है. जलजमाव वाले क्षेत्रों में फागिंग और दवा का छिड़काव कर मच्छरों के प्रजनन को रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं. पटना में डेंगू के प्रकोप को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सतर्क है और आवश्यक कदम उठा रहा है.