बांका के अमरपुर थाने के रामचन्द्रपुर के इटहरी वार्ड नंबर 12 में निर्माणधीन आंगनबाड़ी भवन बारिश में ध्वस्त हो गया. इसके बाद ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया. ग्रामीणों ने मुखिया और अधिकारी पर भवन निर्माण में घटिया सामान इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है. ग्रामीणों ने बताया कि यहां काफी गड्ढे थे इसलिए मिट्टी भराई कर पिलर और घटिया क्वालिटी की ईंट से दीवार खड़ी की जा रही थी. बारिश होने की वजह से मिट्टी दब गई और भवन ध्वस्त होकर जमींदोज हो गया. आपको बता दें मनरेगा योजना के तहत पंचायत में करीब 9 लाख रुपये की लागत से आंगनबाड़ी केन्द्र का निर्माण कराया जा रहा था, जो बनने से पहले ही ध्वस्त हो गया है.
कमाई के चक्कर में घटिया निर्माण
ग्रामीणों का आरोप है कि कुछ संवेदक मोटी कमाई करने के चक्कर में घटिया भवन निर्माण कर रहे हैं. जो आने वाले समय में छोटे बच्चों के लिए मुसीबत बन सकती है. इसका अंदाजा इसी हादसे से लगाया जा सकता है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि संवेदक द्वारा कार्यस्थल पर कोई बोर्ड नहीं लगाया गया है. घटिया किस्म की ईंटों से ये निर्माण कार्य किया जा रहा था. लोगों का यह भी कहना है कि घटिया निर्माण के कारण कभी भी पूरा केन्द्र धराशायी होकर जमींदोज हो सकता है. वहीं, इस मामले पर पंचायत मुखिया सदानंद मंडल और अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं. ग्रामीणों ने अधिकारियों से इस मामले में कार्रवाई की मांग की है.
HIGHLIGHTS
- बांका में निर्माणधीन आंगनबाड़ी भवन बारिश में ध्वस्त
- मरपुर थाने के रामचन्द्रपुर के इटहरी वार्ड नंबर 12 का मामला
- ग्रामीणों ने लगाया कमाई के चक्कर में घटिया निर्माण का आरोप
Source : News State Bihar Jharkhand