बिहार में अचानक सरकार बदलने से सबसे ज्यादा झटका बीजेपी को लगा है. क्योंकि बीजेपी इसके लिए बिलकुल भी तैयार नहीं थी. ऐसे में नाराज़ बीजेपी ने आज धरना प्रदर्शन किया है. नीतीश कुमार अब बीजेपी के निशाने पर आ गए हैं. नीतीश कुमार के इस कदम के खिलाफ प्रदेश कार्यालय में बीजेपी के तमाम बड़े नेता धरना दे रहें हैं. वहीं, इससे पहले पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने बीजेपी नेताओं की बैठक भीं बुलाई थी. इस बैठक में सभी विधायक, सांसद और पार्टी के अन्य बड़े नेता मौजूद थे.
दरअसल, नीतीश कुमार का अचानक से सरकार बदलने के फैसले से नाराज़ बीजेपी ने आज प्रदेश कार्यालय के बाहर धरने का आयोजन किया है जबकि कल यानी 11 अगस्त को सभी जिला और प्रखंड मुख्यालयों पर बीजेपी का धरना प्रदर्शन होगा. बीजेपी के नेताओं ने नीतीश कुमार के इस फैसले के बाद ही लगातार उनके ऊपर निशाना साधा रही है. प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने नीतीश कुमार को धोखेबाज बताया था.
उन्होंने कहा था कि 2024 में हम बिहार की 35 सीटों पर जीत हासिल करेंगे. बीजेपी के राज्यसभा सांसद और पूर्व डिप्टी ने अपने बयान में कहा था कि जनता दल यूनाइटेड को तोड़ने से भारतीय जनता पार्टी को क्या फायदा होने वाला था. नीतीश की तरफ से बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे हैं. सुशील मोदी ने कहा है कि जब जेडीयू और बीजेपी गठबंधन में सरकार चला रहे थे तो ऐसे किसी साजिश की क्या जरूरत थी.
बीजेपी नेता मंगल पांडेय ने भी नीतीश कुमार पर पलटवार करते हुए कहा है कि बीजेपी के साथ धोखा हुआ है. हम लालू राज के खिलाफ साथ लड़े थे. हमें लालू राज के खिलाफ जनादेश मिला था. उन्होंने कहा कि बीजेपी अब बिहार की जनता के साथ मिलकर लड़ाई लड़ेंगी. नीतीश कुमार का लालू के साथ मिलना जनता के साथ धोखा है.
केंद्रीय मंत्री व भाजपा नेता रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि नीतीश कुमार 2020 का चुनाव नरेंद्र मोदी की अगुवाई में जीते थे या नहीं ? जब नरेंद्र मोदी के नाम पर जीते थे तो आज बिहार के लोगों के समर्थन का अपमान किया है. ये क्या बात है? अगर आपको भाजपा परेशान कर रही थी तो 2 साल से रूके हुए क्यों थे.
Source : News Nation Bureau