बिहार का भ्रष्टाचार से गेहरा नाता रहा है. बिना पैसे दिए किसी भी सरकारी कार्यालय में शायद ही आपका कोई काम हो सकता है, लेकिन अब तो सरकारी स्कूल और कॉलेजों को भी नहीं बख्शा जा रहा है. ताजा मामल अरवल से है जहां परीक्षा फार्म भरने के नाम पर छात्रों से अवैध वसूली की जा रही है. पैसे नहीं देने पर उन्हें ये धमकी दी जा रही है कि उन्हें परीक्षा नहीं देने दिया जाएगा. ऐसे में उनका एक साल बर्बाद हो जाएगा. छात्रों का कहना है कि हम सभी गरीब परिवार से हैं. हमारे लिए इतने पैसे देना संभव नहीं है.
छात्रों से की जा रही है अवैध वसूली
दरअसल, अरवल के सरकारी आरटीआई संस्थान में शॉर्ट अटेंडेंस एवं परीक्षा फार्म भरने के नाम पर छात्रों से जमकर अवैध वसूली की जा रही है. अवैध वसूली के खिलाफ आईटीआई संस्थान के कई छात्रों ने संस्थान के प्रांगण में विरोध प्रदर्शन किया. छात्रों ने आरोप लगाया है कि फार्म भरने के नाम पर 3 गुना से भी ज्यादा पैसे की अवैध वसूली संस्थान कर रहा है. इस संस्थान में 1200 छात्र पढ़ते हैं. फार्म भरने के लिए 1083 रुपए सरकार द्वारा तय किया गया है. बावजूद उसके आईटीआई के कर्मचारियों के द्वारा 3500 रुपए ली जा रही है.
1 साल पीछे कर देने की दी जा रही धमकी
जिन छात्रों की उपस्थिति 80% है. उन छात्रों से भी अवैध पैसा की वसूली की जा रही है. छात्रों ने बताया कि 35 सौ देने के बाद उपस्थिति नहीं रहने के बाद भी फॉर्म संस्थान में जमा ले लिया जा रहा है. हम सभी गरीब परिवार के छात्र हैं. फॉर्म नहीं भरने पर 1 साल पीछे कर देने की धमकी हमे दिया जा रहा है. 35 सौ लेने के बाद भी रसीद केवल 1083 रुपये का दिया जा रहा है. इसकी शिकायत हमने प्रधानाचार्य राजीव रंजन से भी किया, लेकिन उन्होंने भी कोई कार्रवाई नहीं की है. जिस कारण हम लोगों को परेशानी हो रही है. दूसरी तरफ आईटीआई के प्रिंसिपल राजीव रंजन ने बताया कि छात्रों के द्वारा शिकायत मिली है. इस पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी. विद्यालय के स्टाफ से स्पष्टीकरण मांगा गया है. अगर स्टाफ दोषी होंगे तो उन पर कार्रवाई की जाएगी और छात्र दोषी होंगे तो उन पर भी कार्रवाई होगी.
रिपोर्ट - सुनील कुमार
HIGHLIGHTS
- परीक्षा फार्म भरने के नाम पर की जा रही अवैध वसूली
- कई छात्रों ने संस्थान के प्रांगण में किया विरोध प्रदर्शन
- 1 साल पीछे कर देने की दी जा रही धमकी
Source : News State Bihar Jharkhand