बिहार चुनाव में CM नीतीश कुमार के नेतृत्व में NDA ने 125 सीटों पर जीत हासिल कर नई सरकार बना ली है, लेकिन इस सरकार का दामन अब भी विवादों से नहीं छूट रहा है. भ्रष्टाचार के आरोपों की वजह से विरोधी दलों के निशाने पर रहे शिक्षा मंत्री डॉ. मेवालाल चौधरी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है तो वहीं राज्यपाल फागू चौहान ने भी उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया है. मेवालाल के इस्तीफे के बाद बिहार के भवन निर्माण और समाज कल्याण विभाग के मंत्री अशोक चौधरी को शिक्षा मंत्री का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया गया है.
मेवालाल चौधरी के शिक्षा मंत्री पद से इस्तीफे के बाद अशोक चौधरी को शिक्षा मंत्री का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया गया है, जबकि पहले से ही उनपर बिहार के भवन निर्माण और समाज कल्याण विभाग की जिम्मेदारी है. बता दें कि सीएम नीतीश कुमार की सलाह पर राज्यपाल ने अगले आदेश तक अशोक चौधरी को शिक्षा मंत्री का अतिरिक्त प्रभार दिया है. अशोक चौधरी जेडीयू के दिग्गज नेता हैं.
मेवालाल चौधरी ने दिया इस्तीफा
बिहार के शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी ने गुरुवार शाम को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उनपर भ्रष्टचार के आरोप लगे हैं. नीतीश कुमार की नवगठित सरकार में नए शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी ने गुरुवार सुबह भारी हंगामे के बीच शिक्षा विभाग का पदभार संभाला था. पिछले 2 दिनों से आरजेडी लगातार मेवालाल चौधरी के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप को लेकर और उनकी पत्नी की संदिग्ध मौत के मामले में उनकी की कथित संलिप्तता को लेकर जांच की मांग कर रही थी.
आपको बता दें कि मेवालाल चौधरी पर 2017 में भागलपुर के सबौर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति रहते हुए नौकरी में भारी घोटालेबाजी करने का आरोप लगा था. उनपर आरोप है कि उन्होंने कुलपति रहते हुए 161 असिस्टेंट प्रोफेसर की गलत तरीके से बहाली की थी. इस मामले को लेकर मेवालाल चौधरी के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज है.
उस समय तत्कालीन बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद ने मेवालाल चौधरी के खिलाफ जांच के आदेश दिए थे. इस जांच में मेवालाल पर लगे आरोपों को सही पाया गया था. उन पर सबौर कृषि विश्वविद्यालय के भवन निर्माण में भी भ्रष्टाचार का आरोप है.
हालांकि, इसे लेकर मेवालाल चौधरी ने कहा कि मेरे खिलाफ कोई चार्जशीट दायर नहीं हुई है न ही मेरे खिलाफ कोर्ट की ओर से आरोप सिद्ध हुआ है. मेरे खिलाफ कोई आरोप नहीं है.
Source : News Nation Bureau