केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने शनिवार को प्रसिद्ध पंचकोशी परिक्रमा का वर्चुअल रूप से उद्घाटन किया. बक्सर के सांसद चौबे ने इस मौके पर कहा कि अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन एवं पर्यटन केंद्र के रूप में भगवान श्री राम की प्रशिक्षण एवं पराक्रम स्थली बक्सर को विशेष स्थान दिलाया जाएगा. उन्होंने यात्रा के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि विश्व में मौजूदा समय में जितनी भी भगवान श्री राम की श्रेष्ठतम मूर्तियां हैं, उसमें से एक पराक्रमी भगवान राम का रूप दिखाते हुए श्रेष्ठतम मूर्ति बक्सर में स्थापित होगी. इसकी रूपरेखा पर प्रारंभिक स्तर पर विचार-विमर्श का दौर शुरू हो गया है.
उन्होंने कहा कि इसके लिए प्रस्तावित श्रीराम कर्मभूमि सिद्धाश्रम चेतना मंच की संरचना की गई है. इसमें देश भर के साधु-संतों को मार्गदर्शक मंडल में आमंत्रित किया जाएगा. यह यात्रा मेला का रूप ले लेती है. केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री चौबे ने कहा कि रामायण सर्किट में शामिल बक्सर को देखने बड़ी संख्या में रामायण ट्रेन से दक्षिण भारत से भी आए थे.
उन्होंने कहा कि राक्षसों का वध करते हुए भगवान श्री राम जिनके हाथ में धनुष बाण होगा, इस परिकल्पना के साथ विश्व की श्रेष्ठतम मूर्ति गंगा नदी के सामने स्थापित की जाएगी. इसके साथ दूसरा संकल्प यह है कि यहां पर विशाल यज्ञ मंडप का निर्माण होगा, जिसमें 24 घंटे हवन एवं अग्नि प्रज्वलित होती रहेगी. सतयुग के समय से ही यहां पर ऋषि मुनि तपस्या यज्ञ आदि करते थे.
उन्होंने तीसरा संकल्प बताते हुए कहा कि भगवान श्री राम के बाल्यकाल से लेकर उनके जीवन के विभिन्न पहलुओं को झांकी में पिरो कर दुनिया का कलात्मक म्यूजियम तैयार किया जाएगा. इस मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि पंचकोशी परिक्रमा यात्रा को बिहार मेला प्राधिकरण में शामिल करवाया जाएगा.
इस अवसर पर प्रस्तावित श्रीराम कर्मभूमि सिद्धाश्रम चेतना रथ को भी उन्होंने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. पंचकोशी यात्रा के दौरान इसके माध्यम से सेमिनार एवं जागरूकता अभियान आदि का आयोजन किया जाएगा. श्रीराम से जुड़े स्थलों के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी.
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री चौबे ने बताया कि प्रस्तावित श्री राम कर्मभूमि सिद्धाश्रम चेतना श्री राम जन्म भूमि न्यास के तर्ज पर गठन किया जाएगा, जिसमें देशभर के साधु-संतों, समाजिक कार्यकर्ताओं, आध्यात्मिक जगत से जुड़े हुए विद्वान गणों को आमंत्रित किया जाएगा.
Source : IANS