बगहा में मिड-डे-मील खाने से करीब 25 बच्चे बीमार हो गए हैं. सभी बीमार बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बीमार बच्चों का शहरी पीएचसी में इलाज चल रहा है. मिली जानकारी के अनुसार एनजीओ के माध्यम से मिड-डे-मील सप्लाई होता है. मामला प्रखंड-2 के राजकीय माध्यमिक विद्यालय का है. आपको बता दें कि बिहार में लगातार मिड डे मील में गड़बड़ी के मामले सामने आ रहे हैं. यहां मिड डे मील के नाम पर बच्चों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है.
बच्चों के परिजनों ने किया हंगामा
बच्चों के परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार विद्यालय में बच्चों के खाना खाने के बाद एक के बाद एक बच्चे की तबीयत अचानक खराब होने लगी. जिसके बाद विद्यालय में अफरा तफरी का माहौल हो गया. बच्चों के बीमार होने की खबरें उनके परिजनों तक भी पहुंचने लगी. जिसके बाद परिजन भागे दौड़े विद्यालय पहुंचे और बच्चों को अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं, इस दौरान विद्यालय और अस्पताल में बच्चों के परिजनों का हंगामा भी देखने को मिला. वहीं, अस्पताल से जो तस्वीरें सामने आई वो भी चौंकाने वाली थी. यहां पर एक बेड पर तीन से चार बच्चे इलाज के लिए लेटे हुए नजर आए.
बच्चों की जान से खिलवाड़
साथ ही आपको बता दें कि 29 मई को सुपौल में मिड डे मील खाने से करीब 45 बच्चे बीमार हो गए थे. 27 मई को अररिया के एक स्कूल में मिड डे मील में सांप मिलने का मामला आया था. जिसके बाद जोगबनी के अमौना स्कूल में 150 बच्चे बीमार हुए थे. मिड डे मील में सांप की खबर के बाद लोग भड़क गए थे और लाठी-डंडे से लैस होकर मिडिल स्कूल पहुंचे थे. वहीं, 18 मई को छपरा में मिड डे मील में छिपकली मिली थी. स्कूल में मिड डे मील खाने से 35 बच्चे बीमार हुए थे.
HIGHLIGHTS
- सभी बीमार बच्चों को अस्पताल में कराया गया भर्ती
- बीमार बच्चों का शहरी पीएचसी में चल रहा है इलाज
- एनजीओ के माध्यम से सप्लाई होता है मिड-डे-मील
- प्रखंड-2 के राजकीय माध्यमिक विद्यालय का मामला
Source : News State Bihar Jharkhand