सेवानिवृत्ति होने के बाद पेंशन हर कर्मचारी का अधिकार होता है. लेकिन भ्रष्टाचार अपनी चरम सीमा पर है. बिना पैसे दिए कोई काम होता ही नहीं है. कर्मचारी को सेवानिवृत्ति होने के बाद भी पेंशन के लिए दर - दर भटकना पड़ता है. उसके बाद भी उनका काम नहीं होता है. कुछ ऐसा ही मामला एक बार फिर बिहार से निकल कर सामने आया है. जहां पंचायत सचिव के पद पर कार्यरत थे मोहम्मद मोहतमीम अख्तर के पिता सेवानिवृत्ति होने के बाद पेंशन देने के लिए बैंक उनसे सुविधा शुल्क मांग रहा है.
पेंशन निर्धारण के लिए मोहम्मद मोहतमीम अख्तर ने महालेखाकार पटना कार्यालय में आवेदन दिया था. 7 मई 2022 को महालेखाकार कार्यालय द्वारा संशोधित कर सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया शाखा कार्यालय आजमनगर भेज दिया गया था. लेकिन जब वो बैंक गए तो उनसे काम पूरा करने के नाम पर पैसे मांगे गए. सेंट्रल बैंक शाखा कार्यालय आजमनगर के प्रबंधक के द्वारा फाइल को पूरा करने के लिए सुविधा शुल्क मांगा गया.
मोहम्मद मोहतमिम अख्तर ने बताया कि, पिता के मरने के बाद मां काफी बीमार रहती है. जिनका इलाज दिल्ली एम्स में चल रहा है .पैसे की तंगी के कारण काफी परेशान हैं. एरियर पेंशन निर्धारण के लिए कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं. लेकिन शाखा प्रबंधक पवन कुमार के द्वारा 15 हजार रुपए सुविधा शुल्क मांगा जा रहा है.
इस पूरे मामले पर कटिहार के LDM से जब सवाल किया गया तो उन्होंने भरोसा दिलाया है की, इस महीने के आखिर तक पेंशन के इस मामले का सुलझा दिया जाएगा।पीड़ित परिवार को अब न्याय का इंतज़ार है. सवाल ये भी की शाखा प्रबंधक पवन कुमार पर क्या कार्यवाई की जाएगी।
Source : News Nation Bureau