बिहार भारतीय जनता पार्टी ने पश्चिम बंगाल में हो रही हिंसा की निंदा करते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता गुंडई पर उतर आए हैं. भाजपा ने बिना किसी के नाम लिए इशारों ही इशारों में पूर्व मंत्री तथा जदयू नेता उपेंद्र कुशवाहा पर भी निशाना साधा है. पूर्व विधायक और भाजपा के प्रवक्ता मनोज शर्मा ने बुधवार को पश्चिम बंगाल चुनाव के बाद हो रही हिंसा की निंदा करते हुए कहा कि लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता गुंडई पर उतर आए हैं. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में चुनाव एक प्रक्रिया है, जिसमें चक्रव्यूह की रचना नहीं होती बल्कि जनता से जनादेश मांगा जाता है.
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शर्मा ने इशारों ही इशारों में जदयू नेता उपेंद्र कुशवाहा पर निशाना साधते हुए कहा, 'लोकतंत्र में आज जो भी लोग चक्रव्यूह की बात कर रहे हैं, वह सही नहीं है. महाभारत के युद्ध में चक्रव्यूह की रचना की गई थी. लोकतंत्र में ऐसे शब्दों का प्रयोग कहीं से भी उचित नहीं. ऐसे बयानों के कारण ही आज पश्चिम बंगाल अशांत हुआ है.'
उल्लेखनीय है कि कुशवाहा ने पश्चिम बंगाल चुनाव के परिणाम के बाद अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा था, 'भारी चक्रव्यूह को तोड़कर पश्चिम बंगाल में फिर से शानदार जीत के लिए ममता जी को बहुत-बहुत बधाई.'
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भाजपा नेता शर्मा ने कहा कि चुनाव नतीजे आते ही भाजपा के स्थानीय के दफ्तर में आगजनी और भाजपा कार्यकतार्ओं पर हमला मूलत: मार्क्सवादी पार्टी की चुनावी संस्कृति की विरासत है जिसे तृणमूल कांग्रेस ने सत्ता के साथ-साथ हासिल किया था.
उन्होंने कहा कि 'मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने चुनावी भाषणों में भी इसका जिक्र किया था, लेकिन शायद 'दीदी' भूल गई हैं, जिन पर हमला किया जा रहा है वे भी पश्चिम बंगाल के ही हैं और भारतीय हैं.' भाजपा नेता ने चेतावनी देते हुए कहा कि हिंसा भाजपा की संस्कृति नहीं है, लेकिन भाजपा के कार्यकर्ता अगर भड़क गए तो टीएमसी के लिए अच्छा नहीं होगा.