देश के लिए शहादत देने वाले बिहार (Bihar) के बेटे पिंटू कुमार चौरसिया का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पहुंच गया है. शहीद जवान पिंटू कुमार चौरसिया बेतिया जिले के बेखबरा गांव के रहने वाले थे. जवान का पार्थिव शरीर आते ही गांव में कोहराम मच गया. परिजनों और ग्रामीणों में चीख पुकार मच गई. उनके अंतिम दर्शन को वहां भारी भीड़ उमड़ी. बाद में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. बीजेपी सांसद और प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के अलावा पूर्व विधायक बीरबल यादव ने मौके पर पहुंचकर जवान को श्रद्धांजलि दी.
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बता दें कि बेतिया के बेखबरा निवासी नागेंद्र चौरसिया के 26 वर्षीय पुत्र पिंटू कुमार चौरसिया सेना के जवान के रूप में सिक्किम राज्य के डोकला में 154 बटालियन में तैनात था. बीते 3 मई को सिक्किम में पहाड़ पर चढ़ने के दौरान ऑक्सीजन की कमी से जवान का निधन हो गया.
सेना मुख्यालय में राजकीय सम्मान के साथ सलामी दी गई और फिर बिहार स्थित दानापुर कैंप में उनके पार्थिव शरीर को भेजा गया, आज में उनके पैतृक गांव बेखबरा में जवान का अंतिम संस्कार किया गया. परिजनों और ग्रामीणों ने गम आंखों से बेटे को आखिरी विदाई दी. बेटे को मुखाग्नि पिता नागेंद्र चौरसिया ने दी.
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पिता नागेंद्र चौरसिया ने कहा कि मुझे अपने बेटे की शहादत पर गर्व है. माता मीरा देवी ने कहा कि सरकार चाहे तो मेरे दूसरे पुत्र को भी देश सेवा के लिए मौका दे सकती है. इधर अर्धसैनिक बल में शामिल बहन गुड्डू कुमारी ने कहा कि मेरा भाई अमर हो गया, मेरा भाई अमर हो गया. राखी का कर्ज अदा कर गया. अंत्येष्टि में उमड़ी भीड़ नारा लगा रही थी कि भारत माता की जय. वंदे मातरम्, पिंटू चौरसिया अमर रहे.
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